Chanakya Niti: बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए, माता-पिता को जरूर रखनी चाहिए इस बात का ध्यान, मिलेगी करियर में सफलता

अपने बच्चों के बेहतर भविष्य की कामना हर माता- पिता को होता है। अगर आप अपने बच्चों को सफल भविष्य बनाना चाहते हैं तो चानक्य के इन बातों को जरुर ध्यान में रखे।

Deeksha Parmar
Deeksha Parmar

अपने बच्चों के बेहतर भविष्य की कामना हर माता- पिता को होता है। अगर आप अपने बच्चों को सफल भविष्य बनाना चाहते हैं तो चाणक्य के इन बातों को जरुर ध्यान में रखे।

माता पिता अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए कई कामना करते है पुजा- पाठ करते है। भगवान से प्रथाना करते है। लेकिन क्या आपको पता है कि चानक्य के कुछ बातों को ध्यान में रख कर आप अपने बच्चें को अच्छे संस्कार और अज्ञाकारी बना सकते है। तो आइए जानते है चाणक्य की कौन सी बात को ध्यान में रखना हर मां बाप को जरुरी है।

हमारे देश में हर माता पिता की इच्छा होती है कि उनका बच्चा संस्कारी हो, उनकी बातों का कहना माने, और अपने जिवन में सफलताओं की हर सिढी को अच्छे से पार करें, आपको बता दे कि कि बच्चों को कामयाब बनाने में माता- पिता का महत्वपूर्ण योगदान होता है। कहा भी गया है कि बच्चों की पहली शिक्षा उनके घर यानी मां-बाप से मिलती है। माता-पिता अपने बच्चों को लालन- पालन और अच्छी परवरिश देने का कई  प्रयास  भी करते है।

माता- पिता अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा देने की अपनी पूरी कोशिश करते है। कहते हैं अगर कोई भी बच्चें की नीव अच्छी हो तो उसका भविष्य भी उज्जवल होता है। तो ऐसे में आचार्य चाणक्य की इन बातों का पालन करके आप अपने बच्चों की अच्छी भविष्य बना सकते है। चाणक्य की यह बात बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए बहुत लाभकारी हो सकता है तो आइए जानते हैं क्या हैं वो उपाय।

चाणक्य के उपाय

माता पिता को आपस में कभी भी बच्चों के सामने लड़ाई-झगड़ा नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इसका असर बच्चों पर पड़ता है, बच्चें जो देखते है वही नकल उतारने का प्रयास करते है और आगे चलकर वही चीज अपने जिवन में लाते है।

बच्चों के सामने करें अच्छी बातें

माता- पिता के व्यवहार पर ही बच्चों का व्यवहार निर्भर करता है। इसलिए माता-पिता को खास कर बच्चों के सामने सभी से अच्छे से बर्ताव रखना चाहिए। इससे आपके बच्चों के व्यवहार में कुशलता बनता है।

बच्चों को करें मोटिवेट

गर बच्चें में अलग- अलग काबिलीयत होती है जैसे- किसी को पढ़ने में रुची, किसी को खेल में रुची है। या किसी को डॉक्टर बनना है या किसी को इंजनियर ऐसे में माता- पिता को अपने बच्चें को दुसरे बच्चों से कंप्येर नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से बच्चें अपने लक्ष से भटक जाते है इसलिए माता- पिता को बच्चों पर अपना सपना नहीं थोपना चाहिए। बल्की उन्हें जो काम करने में रुची है उसके प्रति बच्चों को मोटीवेट करना चाहिए।

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23 February 2023, 03:06 PM IST

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