Geeta Gyan: विनम्रता से ही मिलती है सफलता, क्यों धोखा देना कर्ज है जानें गीता में श्रीकृष्ण के द्वारा दिए गए उपदेश

Geeta Ka Gyan: श्रीमद्भागवत गीता में श्रीकृष्ण ने व्यक्ति के जीवन की सफलता और जीने के बारे में अपने उपदेशों में वर्णण किए है। तो आईए जानते है व्यक्ति को किसी को धोखा देना क्यो कर्ज के बराबर माना जाता है और कैसे किसी व्यक्ती को जिंदगी में सफलता मिल पाती है।

Deeksha Parmar
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Geeta Ka Gyan: श्रीमद्भागवत गीता में श्रीकृष्ण ने व्यक्ति के जीवन की सफलता और जीने के बारे में अपने उपदेशों में वर्णण किए है। तो आईए जानते है व्यक्ति को किसी को धोखा देना क्यो कर्ज के बराबर माना जाता है और कैसे किसी व्यक्ती को जिंदगी में सफलता मिल पाती है।

भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान सबसे पहले अजुर्न को दिए थे। जिसके कदम पर चल कर अजुर्न ने महाभारत जैसे यूद्ध क जीतने में कामयाब हो गया । श्रीमद्भागवत गीता में श्री कृष्ण ने व्यक्ति के सभी पहलुओं को देखते हुए ज्ञान दिए है, जिसका अनुसरण करके व्यक्ति अपने लक्ष्य पर वीजय पा सकता है।

Geeta Ka Gyan: श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान महाभारत के यूद्ध के समय श्रीकृश्ण ने अजुर्न को दिए थे। आज भी व्यक्ति अगर गीता में दिए गए उपदेशों पर अनुसरण करें तो व्यक्ति अपने सभी कठिनाईयों को सरलता से लड़ सकता है। श्री कृष्ण के द्वारा दिए गए ज्ञान आज भी देशभर में प्रासंगिक है। जो मनुश्य को जीवन के सही मार्ग का रास्ता दिखाने के लिए उपयोगी है। आपको बता दें की जो भी व्यक्ति भगवान श्रीकृष्णा के दिए गए उपदेशों को अपने निजी जिवन में अपनाता है। वह इस दुनिया के मोहमाया से दूर हो जाता है, और खूब तरक्की करता है। गीता एकमात्र ऐसा यंत्र है जो मनुष्य जाती को जीवन जीने का ढंग सिखाता है।

गीता हमें धर्म. कर्म और प्रेम का पाठ सिखाती है। श्रीमद्भागवत मनुष्य जाती के जन्म और मरन दोनों के लिए उपयोगी माना गया है। जो हमें जीवन के संपूर्ण जीवन का दर्शन और अनुसरन करवाती है। श्रीकृष्ण ने गीता में मानव जाती को सर्वश्रेष्ठ यानी सफलता के कई राज बताए है तो आइए जानते कोई व्यक्ति अपने जीवन में कैसे सफलता पा सकता है।

विनम्रता से ही मिलती सफलता

श्रीमद्भागवत में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि अगर किसी मानव में विनम्रता नहीं सहनशक्ती का भाव नहीं है तो उस व्यक्ति का सफल होना बेकार है। सफलता के साथ व्यक्ति के मन में विनम्र का भाव होना अति आवश्यक है।

श्रीकृष्ण अपने उपदेश में कहते हैं कि हमें अपने जीवन से जुड़े सभी फैसले हमें खूद लेने चाहिए, इससे कोई भी लिए फैसले का बाद में अफसोस नहीं होगा।

श्रीमद्भागवत में कहा गया है कि व्यक्ति को तामसी और असंयम पूर्ण भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए इससे जितना हो सके दूर रहना चाहिए। श्रीकृष्ण कहते है कि ऐसे भोजन को आहार में शामिल करने से चित्त में चंचलता एंव दोष पूर्ण विचार उत्पन्न होता हैं, जिससे व्यक्ति का सोच विकृत होने लगता है और सही फैसला नहीं ले पाता है।

गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने ये भी कहा है कोई भी बड़ा या महान काम समय और कड़ी मेहनत और साध्य से पूरा होता है। कुछ लोग बात -बात पर शंका- अशंका में पड़ जाते है। ऐसे लोगों को जीवन में कभी सफलता नहीं मिलती है। इसलिए कभी भी मन में संदेह नही रखना चाहिए। ऐसा भी कहा गया है की जो व्यक्ति दृढ़ विश्वासी और संक्लप का धनी होता है वह जिवन में बड़ी-बड़ी सफलता को असानी से हासिल कर लेता है।

किसी भी कार्य को करने के लिए एक नियम बनाना चाहिए जिससे कोई कार्य समय पर हो जाए और उसकी आदत भी बन जाए। श्रीकृष्ण ने ये भी कहा है कि कोई भी साधना तभी पूर्ण होती है जब उसका पालन सही समय पर किया जाए।

श्रीकृष्ण के अनुसार धोखा देना क्यों कर्ज के समान है शास्त्रों में कहा गया है कि जो भी व्यक्ति श्रीमद्भागवत को अपने जीवन में अपनाता है उस व्यक्ति का जीवन संवर जाता है। तो आइए जानते है कैसे धोखा देना एक कर्ज के समान है।

श्रीमद्भागवत गीता में श्रीकृष्ण ने बताया है कि किसी को धोखा देना एक कर्ज के बराबर है जो आपको किसी और या उसी का हाथों एक न एक दिन वापस जरूर मिलता है।

गीता के उपदेशों में लिखा है कि समय का चक्र बहुत तेज चलता है इसलिए व्यक्ति को कभी अपने बल पर घंमड नहीं करनी चाहिए और न ही अपने धन पर बल का अहंकार करना चाहिए।

श्रीकृष्ण के अनुसार अगर जिंदगी में हप दान को जीतना है तो बल से ज्यादा अपने बुद्धि का प्रयोग करें क्योंकि बल हमे लड़ना सिखाती है और बुद्धि हमें जीतना सीखाती है।

गीता के उपदेशों में लिखा गया है कि नेत्र केवल हमें दृष्टि प्रदान करती है लेकिन हम किसमें क्या देखते है ये हमारी भावनाओं पर निर्भर करता है।

श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भागवत में कहा है कि मनुष्य को स्वयं को ईश्वर यानी भगवान के साधना में लीन हो जाना चाहिए क्योंकि इस पृथ्वी पर शिवाय भगवान का मनुष्य का कोई भी नही है।

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27 February 2023, 06:01 PM IST

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