ॐलोक आश्रम, जानिए क्या है सनातन धर्म
सशक्त समर्थ शिक्षित हिंदू राष्ट्र के प्रहरी जाग चुके हैं , ध्येय एकमात्र “ वसुधेव कुटुम्बकम”। जगत के सब प्राणी प्रभु द्वारा दिया गया जीवनकाल अकंटक बिताएँ , प्राणिमात्र में दूसरे जीवों के प्रति सद्भावना हो ,
सशक्त समर्थ शिक्षित हिंदू राष्ट्र के प्रहरी जाग चुके हैं , ध्येय एकमात्र “ वसुधेव कुटुम्बकम”। जगत के सब प्राणी प्रभु द्वारा दिया गया जीवनकाल अकंटक बिताएँ , प्राणिमात्र में दूसरे जीवों के प्रति सद्भावना हो , जो विश्व के कल्याण का विचार करे , जो गुरुओं के सम्मान की बात करे , जो माता पिता को देव तुल्य समझे , जो अग्नि , वायु, पृथ्वी , आकाश और जल से निर्मित इस शरीर को भगवान को अर्पित करके कर्म करके को प्रेरित करे , जो तत्व ज्ञान को समझे , जो मनुष्यता सिखाए , उसी का नाम सनातन धर्म है ॐलोक आश्रम , सनातन धर्म की उसी पद्धति से मनुष्य मात्र को सशक्त समर्थ शिक्षित करके सनातन सत्य की स्थापना करना चाहता है।
बहुत जीते हैं दिल मैंने इस दुनिया में दिलदारों के सिकंदर हूँ इक रोज़ मुझको ख़ाली हाथ जाना है । जब एक दिन सब यहीं रह जाना है तो क्यों न शास्वत सत्य सनातन की स्थापना के लिय सशक्त समर्थ शिक्षित हिंदू राष्ट्र के प्रहरी जाग चुके हैं , ध्येय एकमात्र “ वसुधेव कुटुम्बकम”। जगत के सब प्राणी प्रभु द्वारा दिया गया जीवनकाल अकंटक बिताएँ , प्राणिमात्र में दूसरे जीवों के प्रति सद्भावना हो ,कार्य किया जाए ।
चिंतक
ॐलोक आश्रम