शिव शनि को अतियंत प्रिय है शमी का पौधा, जानिए घर में लगाने से क्या होते हैं इसके लाभ?
ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार पेड़ - पौधों को शुभ माना जाता है, चाहे वह किसी चीज़ का भी क्यों न हो। इनका हमारे जीवन में बहुत ही बड़ा महत्व होता है। इस सभी में से एक पौधा है शमी का पौधा जो भगवान शनिदेव को अतियंत प्रिय है। इस वजह से इस को दैवीय पौधा भी कहा जाता है। यह घर में लगाना शुभ माना जाता है।
ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार पेड़ - पौधों को शुभ माना जाता है, चाहे वह किसी चीज़ का भी क्यों न हो। इनका हमारे जीवन में बहुत ही बड़ा महत्व होता है। इस सभी में से एक पौधा है शमी का पौधा जो भगवान शनिदेव को अतियंत प्रिय है। इस वजह से इस को दैवीय पौधा भी कहा जाता है। यह घर में लगाना शुभ माना जाता है। लेकिन इसका खास ख्याल रखना होता है। तुलसी के पौधे की ही तरह यह पौधा भी हमें भगवान से जोड़ता है और पवित्र होता है।
यदि हम बात करें इस वृक्ष के आकार और लम्बाई की तो यह 9 से 18 मीटर तक की ऊंचाई तक बढ़ सकता है। इसका मध्यमाकार होता है और यह हमेशा हरा - भरा रहता है। शमी के पौधे में कांटे होते है इसकी टहनियां पतली और नीचे की ओर झुकी हुई होती है। इसकी टहनियों का रंग भूरा होता है और छाल फटी हुई और खुरदरी होती है।
जानिए शमी का पौधा लगाने के फायदे......
दोष और बाधाओं को करे दूर
आपको बता दें की यदि आप घर में शमी का पौधा लगाते हैं तो इसके आपको कई लाभ मिलते हैं। इसको लगाने से घर में बरकत होती है, घर में धन की कमी नहीं होती। इस पौधे को लगाने और पूजा करने से वास्तु दोष खत्म होता है। आपके परिवार पर होने वाली बाधाओं को दूर करता है। यह विवाह दोष यानी शादी से जुडी दिक्क्तों को भी दूर करता है।
साढ़े साती दोष को करे दूर
जिन जातकों की ऊपर साढे साती और शनि की ढैय्या चल रही है या यूँ कहें की शनि दोष है तो उनको यह पौधा अपने घर में अवश्य लगाना चाहिए। इसको लगाने से आपके ऊपर से दोष का प्रभाव कम होता है। आपको बता दें की भगवान भोलेनाथ को भी यह पौधा अत्यधिक प्रिय हैं। इसको लगाने से सुख - समृद्धि का वास होता है और सारे दुःख नष्ट होते है।
कब और कैसे लगाना चाहिए शमी का पौधा ?
इस पौधे को शनिवार के दिन घर में लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके अलावा इसको दशहरे के दिन घर में लगाने से तरक्की मिलती है। इस पौधे को बेहद ही पवित्र माना गया है। इसलिए इस पौधे को लगाने के लिए केवल साफ मिटटी का ही इस्तेमाल करना चाहिए। यही नहीं इस पौधे को लगाने के दौरान सही दिशा का ज्ञान जरूर रखे। एक खास बात यह भी की इस पौधे को कभी भी घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए। इसको आप घर के बाहर या फिर अपनी घर की छत पर लगा सकते हैं। जहाँ इसको धूप मिल सके। शमी के पौधे को आप दक्षिण या पूर्व की दिशा में ही रखें।
आप अपने घर के मुख्य द्वार पर शमी के पौधे को लगा सकते हैं। आप इसको गमले में या फिर जमीन किसी में भी लगा सकते हैं। रोज़ाना या फिर शनिवार के दिन शाम के समय इस पौधे के पास एक दीपक जरूर जलाकर इसकी पूजा करनी चाहिए, ऐसा करने से घर की आर्थिक स्थिति बेहर होती है।
हर रोज़ लगातार 45 दिनों तक शाम के समय इस पौधे के पास घी का दीपक जलाने से विवाह दोष दूर होता है और शादी से जुडी सभी बढ़ाएं दूर होती है।
कई रोगों में लाभकारी है शमी का पौधा
रुक - रुक कर पेशाब आना
यदि किसी को रुक - रुक कर पेशाब आता है, तो इसका बेहतर इलाज़ है शमी का पौधा। आप इसकी 15 से 20 पत्तियों को अच्छी तरह से पीसकर उसका रस निकल लें और गुनगुना कर लें और इसको रोगी की नाभि पर लगाएं। इससे पेशाब में दर्द होना या रुक - रुककर आने की समस्या को दूर करता है।