कला से युवाओं को जोड़ने का एक प्रयास !
रचनात्मकता ही युवा वर्ग को तनाव से बचा सकती है। रचनात्मक कार्यों से जोड़े रखने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं के सम्मेलन और प्रतियोगिताओं का आयोजन होना चाहिए, जिससे युवा वर्ग को समय-समय पर उचित मार्गदर्शन मिलते रहे।
नई दिल्ली। रचनात्मकता ही युवा वर्ग को तनाव से बचा सकती है। रचनात्मक कार्यों से जोड़े रखने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं के सम्मेलन और प्रतियोगिताओं का आयोजन होना चाहिए, जिससे युवा वर्ग को समय-समय पर उचित मार्गदर्शन मिलते रहे।
ऐसा ही एक सम्मेलन का आयोजन दिल्ली के किरण नादर म्यूजियम ऑफ आर्ट किया गया। जहां लोगों ने ना सिर्फ अपने कला को किया बल्कि इससे बहुत कुछ सीखा और उसे आकृति दी। 2 जुलाई को किरण नादर म्यूजियम में क्ले आर्ट वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमे दूर दूर से युवा वर्ग के लोग मौजूद थे। और अपनी कला को क्ले आर्ट के जरिए दर्शाने का काम किया।
यहां पर जाने माने कलाकार आर्ट की बारीकियां सीखने पहुंचे। इन कलाकारों ने बच्चों को ऐसी कलाएं सीखा रहें हैं जो समय के साथ खत्म और गायब होने की कगार पर है। वर्कशॉप में आए आर्टिस्टों ने लोगों को उन ट्रेडिशनल आर्ट फॉर्म के इतिहास और उन्हें जिंदा रखने के सही तरीके बताया।
आर्टिस्ट का मानना है कि इन वर्कशॉप का मोटिव बस इतना है कि हमारी युवा पीढ़ी हमारे देश की गौरवशाली प्राचीन कलाओं से ना केवल परिचित करना, बल्कि उन्हें प्रोफेशनल आर्टिस्ट की ट्रेनिंग देना भी है। जिसे युवा उन्हे प्रोफेशनली सीखकर स्किल्ड हो सके और अवसर आने पर इसमें अपना करियर भी बना सके।
आपको बता दें कि किरण नादर म्यूजियम ऑफ आर्ट में हर हफ्ते ऐसे ही कई वर्कशॉप का आयोजन करती है। जो की बिलकुल निशुल्क है। अगर आप भी ट्रेडिशनल आर्ट में रुचि रखते हैं तो आप भी किरण नादर म्यूजियम जरूर जाएं।