सीएम केजरीवाल ने की मेक इंडिया नंबर 1 अभियान की घोषणा, आज हिसार से करेंगे शुरुआत
दिल्ली के मुख्य्मंत्री अरविंद केजरीवाल में देश को नंबर 1 बनाने का ऐलान किया है। इस अभियान के तहत केजरीवाल देशभर में जाएंगे। सीएम केजरीवाल मेक इंडिया नंबर 1 कैंपेन की शुरुआत बुधवार यानी सात सितंबर से अपनी जन्मस्थली हिसार से करेंगे।
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्य्मंत्री अरविंद केजरीवाल में देश को नंबर 1 बनाने का ऐलान किया है। इस अभियान के तहत केजरीवाल देशभर में जाएंगे। सीएम केजरीवाल मेक इंडिया नंबर 1 कैंपेन की शुरुआत बुधवार यानी सात सितंबर से अपनी जन्मस्थली हिसार से करेंगे।
मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 130 करोड़ लोगों का सपना है कि भारत दुनिया का नंबर 1 देश बने, भारत एक विकसित देश बने, भारत अमीर देश बने, भारत सर्वश्रेष्ठ देश बने, भारत शक्तिशाली देश बने। उन्होंने कहा कि पिछले 75 साल से भारत इन्हीं लोगों की वजह से, इन्हीं पार्टियों की वजह से और इन्हीं नेताओं की वजह से पिछड़ा है। अगर इनके भरोसे छोड़ दिया तो अगले 75 साल भारत पिछड़ा ही रह जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि अब 130 करोड़ लोगों को साथ आना होगा। 130 करोड़ लोगों को एक टीम की तरह, एक परिवार की तरह मिलकर मेहनत करनी पड़ेगी। अगर 130 करोड़ लोग मिल जाएं तो भारत को नंबर 1 देश बनने से कोई नहीं रोक सकता। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसीलिए मैंने ऐलान किया था कि मैं देश के कोने-कोने में जाऊंगा। हर राज्य में जाऊंगा और लोगों को इस आंदोलन से जोड़ने की कोशिश करूंगा। मैं इसकी शुरुआत कर रहा हूं और सबसे पहले अपनी जन्मभूमि जा रहा हूं।
केजरीवाल ने कहा कि हिसार से मैं अपनी शुभ यात्रा की शुरुआत करूंगा। इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने मिस्ड कॉल नंबर जारी करते हुए कहा कि जो-जो लोग मेक इंडिया नंबर 1 अभियान से जुड़ना चाहते हैं वो 9510001000 पर मिस्ड कॉल देकर जुड़ सकते हैं। वहीं देश में 14,500 स्कूलों को आधुनिक बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा पर अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन स्कूलों को मॉर्डन बनाने की घोषणा अच्छी बात है, लेकिन देश में करीब साढ़े 10 लाख सरकारी स्कूल है। इन सभी सरकारी स्कूलों को पांच साल में मॉडर्न बनाया जाना चाहिए। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य सरकारों का सहयोग लिया जा सकता है।
केजरीवाल ने कहा कि आजादी के बाद यदि देश के हर इलाके में अच्छे सरकारी स्कूल बनाए गए होते तो आज देश में गरीबी नहीं होती। विकसित देशों की तरह यहां भी सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलती। पीएम ने देश में 14,500 स्कूलों को मॉडर्न बनाने की घोषणा की। यह बहुत अच्छी बात है लेकिन इतने स्कूलों से क्या होगा। देश में साढ़े दस लाख सरकारी स्कूल हैं। इन दस लाख स्कूलों को ठीक करने में 70-80 साल लग जाएंगे। इन सभी स्कूलों को मॉर्डन बनाने के लिए सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर एक योजना बनाने की जरूरत है। इस लक्ष्य को पांच साल में पूरा किया जाना चाहिए।