मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए दिल्ली नगर निगम ने तेज किया अभियान
दिल्ली नगर निगम ने बारिश के मौसम में मच्छर जनित बीमारियों से बचाव व नियंत्रण का अभियान तेज कर दिया है। निगम की तरफ से मच्छर जनित बीमारियों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया आदि की रोकथाम के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। नगर निगम ने बड़ी संख्या में डीबीसी कर्मियों की तैनाती की है जो मच्छर के प्रजनन की निगरानी कर रहे हैं और आवश्यकतानुसार कार्रवाई भी कर रहे हैं।
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम ने बारिश के मौसम में मच्छर जनित बीमारियों से बचाव व नियंत्रण का अभियान तेज कर दिया है। निगम की तरफ से मच्छर जनित बीमारियों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया आदि की रोकथाम के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। नगर निगम ने बड़ी संख्या में डीबीसी कर्मियों की तैनाती की है जो मच्छर के प्रजनन की निगरानी कर रहे हैं और आवश्यकतानुसार कार्रवाई भी कर रहे हैं।
निगम इस अभियान के लिए राजधानी दिल्ली में विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य कर रहा है। अंतर विभागीय बैठक के माध्यम से मच्छर जनित बीमारियों के खिलाफ मुहिम को रणनीतिक रूप से लागू किया गया है। आरडब्ल्यूए, नागरिक संगठनों के साथ मिलकर समुदाय स्तर पर इस दिशा में व्यापक कार्य किए जा रहे हैं।
साथ ही, मच्छररोधी दवा का भी छिड़काव किया जा रहा है। दिल्ली नगर निगम द्वारा आम जनों को विभिन्न जनसंचार माध्यमों से मच्छर जनित बीमारियों के संबंध में जागरूक करने का कार्य भी किया जा रहा है। नागरिकों को बताया जा रहा है कि डेंगू एक मौसमी वायरल बुखार वाली बीमारी है और यह एडीज मच्छर के काटने से फैलता है।
बता दें कि एडीज मच्छर काले रंग का छोटा मच्छर होता है, जिसके पेट और पैरों पर सफेद धारियां होती हैं। एडीज मच्छर घर या कार्यालयों के आसपास जमा साफ पानी जैसे सीमेंट की टंकी, पानी की टंकी, कूलर, गमले, मनीप्लांट, बर्तन, छत पर पडे़ कबाड़ आदि में ही पनपता है। डेंगू का मच्छर सामान्यतः घर के अन्दर, कोनों में, फर्नीचरों के पीछे आदि जगहों पर छिपता है और यह दिन के समय अक्सर सुबह व शाम को काटता है। दिल्ली नगर निगम ने नागरिकों अपील की है कि अपने आसपास पानी जमा न होने दें, खुले पानी के बर्तनों को ढंक कर रखें, पानी की टंकियों को अच्छे से बंद करें, जिससे कि मच्छर प्रजनन न कर सकें।
इसके अलावा सप्ताह में कम से कम एक बार कूलरों के पानी को खाली करके साफ करें। लोगों को जागरूक करने के अलावा, दिल्ली नगर निगम मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए लार्वा रोधी दवाईयों का छिड़काव कर रहा है। वहीं, मच्छर प्रजनन के जैविक नियंत्रण उपाय के तौर पर पानी व जल निकायों में लार्वा खाने वाली गमबुजिया एवं गप्पी मछली छोड़ने का कार्य भी किया जाता है।
नगर निगम ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी बांह के कपड़े पहनें, रिपेलेन्ट यानि विकर्षक का प्रयोग करें और मच्छरदानी लगाएं। नागरिक यदि अपने घर पर मच्छरों का प्रजनन रोकने में असफल रहते हैं तो इसके लिए कानूनी प्रावधान भी हैं। नगर निगम ने चेतावनी दी है कि मच्छरों की ब्रीडिंग को रोकने मे विफल होने पर घरों, व्यवसायिक भवन एवं भूमि के मालिकों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी।