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मेरे मरने के बाद 13 दिन का ड्रामा मत करना... इंजीनियर ने होटल में किया सुसाइड, नोट में ऐसा क्या लिख डाला?

आगरा में 30 वर्षीय इंजीनियर रोहित कुमार ने होटल में आत्महत्या कर ली, सुसाइड नोट में अंगदान की अंतिम इच्छा और 13 दिन की रस्में न करने की अपील की. नोट में एक महिला डॉक्टर का भी जिक्र है, जिससे मामले की जांच और रहस्यमयी बन गई है.

Agra Suicide Case: उत्तर प्रदेश के आगरा में 30 वर्षीय एक युवा इंजीनियर रोहित कुमार ने एक होटल के कमरे में आत्महत्या कर ली. मृतक मेरठ का रहने वाला था और होटल के कमरे में उसका शव सफेद चादर से फंदे पर लटका मिला. पुलिस को मौके से एक पेन ड्राइव और सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी अंतिम इच्छा बेहद भावुक और असाधारण तरीके से जाहिर की है.

पुलिस के अनुसार, रोहित कुमार ने सुसाइड नोट में परिवार और समाज से अपील की है कि उसकी मौत के बाद 13 दिन की कोई रस्म ना की जाए, बल्कि उसके शरीर को अंगदान या मेडिकल शिक्षा के लिए दान कर दिया जाए. 

सुसाइड नोट में लिखा– जैसे गायब हूं, वैसे ही रहने दो

रोहित कुमार द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में लिखा गया कि मेरे मरने के बाद 13 दिन का ड्रामा मत करना. घर पर सबको बुलाओ, फिर 13 दिन तक का ड्रामा करो. मैं जैसे गायब हूं, वैसे ही रहने दो. मैं उसका पहला मरीज और वो मेरी आखिरी डॉक्टर है. मेरे शव को परिवार और रिश्तेदारों को ना दें. दान कर दें या फिर मेडिकल स्टूडेंट को दे दिया जाए. अंग दान कर दिए जाएं, जिसे डॉक्टरों की पढ़ाई के लिए काम में लाया जा सके. मैं गायब हो सकता हूं, लेकिन मेरा शरीर नहीं. इस पत्र के साथ एक पेन ड्राइव भी बरामद हुई है जिसमें यह नोट PDF फॉर्मेट में था. इसमें एक महिला डॉक्टर का नाम और मोबाइल नंबर भी दर्ज है, जो वर्तमान में किसी अन्य जिले में कार्यरत हैं.

होटल में मिली लाश, मौके पर पहुंची फील्ड यूनिट

घटना 4 अगस्त को थाना शाहगंज क्षेत्र के एक होटल की है. होटल कर्मचारियों द्वारा सूचना देने पर पुलिस मौके पर पहुंची. शव सफेद चादर से लटका हुआ मिला था. शव को वीडियोग्राफी के साथ कब्जे में लिया गया और फील्ड यूनिट द्वारा जांच की गई. एसपी सिटी आगरा के अनुसार, मृतक रोहित के पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें अंगदान की इच्छा जाहिर की गई है. इसके साथ ही, एक महिला चिकित्सक का भी जिक्र है. नियमानुसार मामले की जांच की जा रही है.

क्या अकेलापन बना कारण?

रोहित कुमार के पिता सलेख चंद विजिलेंस विभाग में कार्यरत थे और करीब पांच साल पहले रिटायर हुए थे. रोहित की मां का दो साल पहले निधन हो गया था. रोहित अविवाहित था और अकेले ही घर में रहता था. उसका एक भाई और दो बहनें हैं. भाई और उसकी पत्नी दुबई में प्रोफेसर हैं, जबकि बहनों की शादी हो चुकी है. गाजियाबाद से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद रोहित लंबे समय से नौकरी की तलाश में था. बताया जा रहा है कि मानसिक तनाव और अकेलेपन के कारण वह गहरे अवसाद में था.

महिला डॉक्टर का जिक्र

रोहित के सुसाइड नोट में एक महिला डॉक्टर का उल्लेख उसकी 'आखिरी डॉक्टर' के रूप में किया गया है. अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रोहित और उस डॉक्टर के बीच क्या संबंध था. पुलिस ने डॉक्टर से संपर्क की प्रक्रिया शुरू कर दी है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है.

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06 August 2025, 07:28 PM IST

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