Gujarat: अल्पेश कथीरिया और धार्मिक मालविया आप में शामिल

गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखें अभी घोषित नहीं हुई हैं लेकिन पार्टियों के बीच उठा-पटक जारी है। इसी बीच रविवार को आम आदमी पार्टी को बड़ी ताकत मिली है। पाटीदार आंदोलन के गब्बर कहे जाने वाले अल्पेश कथीरिया और धार्मिक मालविया आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में आप में शामिल हुए।

Janbhawana Times
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गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखें अभी घोषित नहीं हुई हैं लेकिन पार्टियों के बीच उठा-पटक जारी है। इसी बीच रविवार को आम आदमी पार्टी को बड़ी ताकत मिली है। पाटीदार आंदोलन के गब्बर कहे जाने वाले अल्पेश कथीरिया और धार्मिक मालविया आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में आप में शामिल हुए।

इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज खुशी का दिन है आम आदमी पार्टी का परिवार बढ़ रहा है। दोनों युवा नेता हैं और दोनों ने बहुत संघर्ष किया है। पार्टी में शामिल होने के बाद अल्पेश कथीरिया ने हुंकार भरी और कहा कि आम आदमी पार्टी राजनीति में परिवर्तन लेकर आ रही है। कथीरिया ने कहा कि सूरत में जो कुछ होता है उसका असर सौराष्ट्र में होता है। जो सौराष्ट्र में होता है उसका असर सूरत में होता है।

कथीरिया ने पाटीदार आंदोलन के दौरान हुए उत्पीड़न को याद किया। कथीरिया ने कहा कि पिछले सात सालों से पाटीदार समाज का आंदोलन चल रहा है। कथीरिया ने कहा कि आने वाले दिनों में वह तमाम मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ते रहेंगे। कथीरिया ने कहा गुजरात को भय मुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का प्रत्यन्न जारी रहेगा।

बता दें कि 2017 में पाटीदार आंदोलन के चलते बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ था। पार्टी को राज्य में महज 99 सीटें मिली थीं। अल्पेश कथिरिया को दक्षिण गुजरात में पाटीदारों का मजबूत नेता माना जाता है। इससे पहले अल्पेश की बीजेपी के साथ बैठक हुई थी, लेकिन बात नहीं बनी।

वहीं धार्मिक मालवीय का चेहरा भी पाटीदार आंदोलन से ही उभरा था। सूरत नगर निगम चुनाव में कांग्रेस ने धार्मिक मालवीय को लास्ट मौके पर उनके साथी संजयभाई की पत्नी को टिकट नहीं दिया था। वह नाचते गाते नामांकन तक के लिए पहुंच गए थे, लेकिन जब टिकट न मिलने का बात पता चली तो कांग्रेस से खफा हो गए और बाद में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।

दोनों युवा नेता हैं और गुजरात के युवाओं में अच्छी लोकप्रियता है और अब दोनो ही नेताओं ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। तो अब देखना यह होगा कि गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी को इसका कितना फायदा मिलता है।

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30 October 2022, 04:58 PM IST

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