जबलपुर: लोको पायलट को लगाया ऑक्सीजन का खाली सिलिंडर, हुई मौत
पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेलवे अस्पताल में यहां तैनात कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मंडल में पदस्थ लोको पायलट की मौत हो गई। रेलवे के नेताओं से लेकर कर्मचारियों तक सब ने जमकर हंगामा किया
मध्यप्रदेश। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेलवे अस्पताल में यहां तैनात कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मंडल में पदस्थ लोको पायलट की मौत हो गई। रेलवे के नेताओं से लेकर कर्मचारियों तक सब ने जमकर हंगामा किया।
लोको पायलट के स्वजन और रेल कर्मचारियों का आरोप है कि रेलवे अस्पताल में पदस्थ कर्मचारियों ने खाली ऑक्सीजन सिलिंडर मरीज को लगा दिया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई हैं। रेलवे अस्पताल में परिजनों के हंगामे की जानकारी लगते ही आरपीएफ के साथ सिविल लाइन थाने के पुलिस जवान वहां पहुंचे और स्वजन को शांत करवाया।
दो महीने पहले घायल हुए थे -
दो माह पहले लोको पायलट अतुल पटेल अपने घर रांझी से रेलवे स्टेशन ड्यूटी आ रहे थे, तभी सतपुला के पास वे हादसे का शिकार हो गए थे। घटना के बाद अतुल को इलाज के लिए रेलवे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, हालत नाजुक होने के कारण उन्हें शहर के निजी अस्पताल और फिर नागपुर में भर्ती करवाया गया। नागपुर में जब अतुल ठीक होने लगे तो उन्हें मंगलवार की दोपहर को वापस जबलपुर रेफर कर दिया गया।
मंगलवार सुबह अचानक अतुल की तबीयत बिगड़ी। आनन-फानन में स्वजन अतुल को लेकर रेलवे अस्पताल पहुंचे, जहां एंबुलेंस से उतारने के बाद खाली ऑक्सीजन सिलिंडर लगा दिया गया। स्वजन का आरोप है कि जो ऑक्सीजन सिलिंडर अतुल को लगाया गया वह खाली था, जिसके कारण उन्हें ऑक्सीजन नही मिल पाई और उनकी मौत हो गई।
आरोपों की जांच करेगी 'जांच कमेटी' -
स्वजन का आरोप है कि रेलवे अस्पताल में पदस्थ कर्मचारी नशे में धुत होकर काम कर रहे थे। उन्हें इतना भी होश नहीं था कि मरीज के लिए जो ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर आए थे वह खाली था। आरपीएफ ने ऑक्सीजन सिलिंडर को जांच के लिए जब्त किया गया है।
परिजनों के हंगामे के बाद जबलपुर मंडल के एडीआरएम ने जांच के लिए आरपीएफ सीनियर डीएससी अरुण त्रिपाठी के साथ दो डाक्टर की जांच कमेटी बना दी है। दो से तीन दिन के अंदर कमेटी परिजनों के आरोप की जांच करेगी।
अरुण त्रिपाठी के अनुसार (सीनियर डीएससी, आरपीएफ जबलपुर)
स्वजन और रेलवे कर्मचारियों के आरोप के बाद जांच कमेटी बनाई गई है, जो सभी आरोपों की जांच करेगी। इस मामले में जिसकी भी लापरवाही होगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।