MP: अमित शाह ने भोपाल में MBBS पाठ्यक्रम की किताबों का हिंदी संस्करण लॉन्च किया
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से देश में पहली बार एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में कराए जाने का शुभारंभ हो गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राजधानी के लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर एमबीबीएस प्रथम वर्ष की तीन पुस्तकों का विमोचन किया
Live Amit Shah in भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से देश में पहली बार एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में कराए जाने का शुभारंभ हो गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राजधानी के लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर एमबीबीएस प्रथम वर्ष की तीन पुस्तकों का विमोचन किया।
देश में पहली बार हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई का शुभारंभ कार्यक्रम। #MP_में_हिंदी_में_MBBS #Bhopal https://t.co/ai79Q37raR
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 16, 2022
कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा समेत कई गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। लाल परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम हिदी में ज्ञान का प्रकाश" में करीब 30 हजार विद्यार्थियों के अलावा चिकित्सा और हिंदी क्षेत्र के जानकार शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आज का दिन भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण दिन है। इसे स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। यह क्षण जो है पूरे देश में शिक्षा क्षेत्र के पुनर्जागरण क्षण हैं, पुनर्निर्माण का क्षण है। मोदी जी ने क्षेत्रीय भाषाओं में मेडिकल-इंजीनियरिंग की शिक्षा का आव्हान किया था।
MP | BJP's Shivraj Singh Chouhan govt, by starting medical education in Hindi for the first time in the country, has fulfilled PM Modi's wish: Home Minister Amit Shah at the launch of Hindi MBBS course books in Bhopal pic.twitter.com/sWeEmhOEEH
— ANI (@ANI) October 16, 2022
शिवराज जी ने सबसे पहले प्रयास किया। देश में आठ भाषाओं में इंजीनियरिंग की शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। शोध-अनुसंधान भी अपनी भाषा में करने की सुविधा देंगे। इसके लिए काफी मेहनत की गई। सोचने की प्रक्रिया मातृ भाषा में ही हो सकती है। इसलिए दुनिया भर के लोगों ने मातृभाषा में शिक्षा पर जोर दिया। मातृभाषा में पढा़ई हो तो भारत के युवा विश्व के किसी युवा से कम नहीं। मोदी जी ने विश्व के किसी भी मंच पर हिंदी में बात की।
MP | Today Amit Shah has brought a new dawn in the lives of children of the poor, who could get admission to medical colleges but were caught in the web of English & many times couldn't pass exams & left their studies: CM at the launch of Hindi medical education books in Bhopal pic.twitter.com/C837rdBSfv
— ANI (@ANI) October 16, 2022
अंग्रेजी न जानने के कारण युवा हीनभावना से ग्रसित होते हैं। ऐसे बच्चों की जिंदगी में शाह नया सबेरा लेकर आए हैं। यह काम तो आजादी के बाद ही हो जाना चाहिए था। मप्र आज आल्हादित है। उन्होंने पाप किया था, जिन पर आजादी के बाद सरकार चलाने की जिम्मेदारी थी। उनका तन भी अंग्रेजी, मन भी अंग्रेजी था।
हमने अपने महापुरुषों का भी आपमान किया। तात्याटोपे नगर टीटी नगर हो गए। आई लव यू बुदनी यह क्या है। प्रधानमंत्री ने कई बड़े काम किए पर सबसे बड़ा काम मातृभाषा के लिए किया। आज प्रधानमंत्री का संकल्प पूरा हो रहा है। हिंदी को भी हमने क्लिष्ट नहीं किया। इसी साल 6 इंजीनियर और 6 पालीटेक्निक में हिंदी में पढ़ाई होगी। आइआइटी और आइआइएम की पढ़ाई भी हम हिंदी में कराएंगे।
Madhya Pradesh | Home Minister Amit Shah launches the country's first Hindi version of MBBS course books, in Bhopal in the presence of CM Shivraj Singh Chouhan and State Medical Education Minister Vishvas Kailash Sarang pic.twitter.com/QezQ9bFgFv
— ANI (@ANI) October 16, 2022
इससे पहले प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि देश और मप्र के इतिहास में आज परिवर्तन हो रहा है। मध्य प्रदेश इस देश में पहला राज्य जो हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई कराएगा। यह कठिन काम था पर हमने शोध करके तय किया हम कैसे करेंगे। मेडिकल यूजी-पीजी की किताबों का भी रूपांतरण करेंगे।
कार्यक्रम में मौजूद लखनऊ के डा. सूर्यकांत ने कहा कि हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई की कोशिश 30 साल से उत्तर प्रदेश कर रहा है। मप्र ने बाजी मार ली। डा. सूर्यकांत ने 1991 में हिंदी में थीसिस लिखी थी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि 97 चिकित्सकों के दल ने चार महीने में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पुस्तकें तैयार की हैं। इनमें एनाटामी, फिजियोलाजी और बायोकेमेस्ट्री शामिल हैं।
कार्य सफल होते सभी, करें जो इनका ध्यान।
— Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) October 16, 2022
साथ कभी न छोड़ते, रामभक्त हनुमान।।
देश में पहली बार हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के शुभारंभ कार्यक्रम के पूर्व छोला स्थित श्री #खेड़ापति_हनुमान जी महाराज का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।#MP_में_हिंदी_में_MBBS #हिंदी_में_MBBS_MP pic.twitter.com/9qBSINgbQ3
इससे पहले प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग आज सुबह छोला में स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर पहुंचे। उन्होंने बजरंगबली के दरबार में मत्था टेका और पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश व देश के लिए ऐतिहासिक है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के मुख्य आतिथ्य में व सीएम शिवराज सिंह चौहान जी की गरिमामय उपस्थित में देश में पहली बार हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई का शुभारंभ व पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा।