राजस्थान: 7 माह से मानदेय व 2 साल से पोषाहार की राशि बकाया आंगनबाड़ी वर्कर्स ने किया प्रदर्शन
जिले में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, ग्राम साथिन का करीब 7 माह से मानदेय बकाया है। वहीं पोषाहार की राशि 2 साल से बकाया चल रही है। हर बार संपर्क करने के बावजूद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में लोगों को परिवार चलाने में भी आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष मंजू कारपेंटर की अगुवाई में मिनी सचिवालय में प्रदर्शन कर जिला कलक्टर को अपनी मांगों से अवगत कराया।
रिपोर्टर-बलबहादुर सिंह,झालावाड़
झालावाड़। जिले में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, ग्राम साथिन का करीब 7 माह से मानदेय बकाया है। वहीं पोषाहार की राशि 2 साल से बकाया चल रही है। हर बार संपर्क करने के बावजूद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में लोगों को परिवार चलाने में भी आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
इस मामले में राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष मंजू कारपेंटर की अगुवाई में मिनी सचिवालय में प्रदर्शन कर जिला कलक्टर को अपनी मांगों से अवगत कराया।
जिलाध्यक्ष कारपेंटर ने बताया कि जिलेभर की कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाईवे 52 से रैली के माध्यम से मिनी सचिवालय पहुंचकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान मातृ समिति एवं समूह की ओर से बनाए गए पोषाहार का भुगतान कराने , सभी मानदेय कर्मियों के मानदेय का भुगतान राज्य सरकार व केन्द्र सरकार का अलग-अलग देकर एक साथ देने, सभी मानदेय कर्मियों के मानदेय को हर माह की 5 तारीख तक कर्मियों के खाते में जमा कराने, पोषण ट्रेकर एप पर लाभार्थियों को एक बार ही अपडेट कराने, आंगनबाड़ी पाठशाला में विभाग की ओर से कराए जा रहे विद्युत कनेक्शन का खर्चा व डिमांड कार्यकर्ताओं से ना करवाकर विभाग के माध्यम से कराने,3-6 वर्ष के बच्चों का गरम खाना व नाश्ता बनाने की दर विभाग द्वारा 0.45 पैसे निर्धारित की हैं। जो कम हैं इसे बढाकर प्रति लाभार्थी 3-4 रुपए करने , पोषाहार बनाने के लिए गैस कनेक्शन और बर्तन भी दिए जाने की मांग से अवगत कराया।