Rajasthan: जैन समाज की ओर से नगर में दस लक्षण पर्व धूमधाम से मनाया

जिले के अक्लेरा नगर में दस लक्षण पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। इस पर्व में धर्म के दस अंग उत्तम क्षमा, मार्दव, आर्जव, शौच, सत्य, संयम, तप, त्याग, आकिञ्चांय, और ब्रमहचर्य होते हैं। प्रतिदिन चौबीस भगवान की पूजन सहित एक धर्म की पूजन होती है।

Janbhawana Times
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रिपोर्टर-बलबहादुर सिंह(झालावाड़, राजस्थान)

झालावाड़। जिले के अक्लेरा नगर में दस लक्षण पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। इस पर्व में धर्म के दस अंग उत्तम क्षमा, मार्दव, आर्जव, शौच, सत्य, संयम, तप, त्याग, आकिञ्चांय, और ब्रमहचर्य होते हैं। प्रतिदिन चौबीस भगवान की पूजन सहित एक धर्म की पूजन होती है।

महिला मंडल की अध्यक्ष सीमा जैन ने बताया की इस पर्व को बहुत ही भक्ति भाव और तपस्या पूर्वक मनाया। अध्यक्षा ने बताया कि धूप दशमी के पर्व के दिन भक्तों ने अपने अष्ट कर्मों को नष्ट करने के लिए मंदिर मे पूजा अर्चना की। धूपदशमी के पर्व के दिन भी बहुत से भक्तों ने उपवास तपस्या की। शैफाली जैन ने तीन दिवसीय तैले की तपस्या की। बहुत से भक्तों ने 2 या 1 उपवास किए। दस लक्षण पर्व के अंतिम दिवस अनंत चतुर्दशी पर्व को सभी भक्तों ने बहुत ही धूमधाम से मनाया। जैन समाज के प्रवक्ता लोकेश जैन ने बताया कि अनंत चतुर्दशी जैन धर्म का सबसे पवित्र दिवस है। इस एक ही दिन मे पांच पर्व दस लक्षण पर्व, रत्न त्रेय पर्व, सोलह कारण पर्व, वासु पूज्य मोक्ष कल्याणक, अनंत चतुर्दशी पर्व एक साथ मनाये जाते हैं। दसलक्षण पर्व के उपलक्ष में में मंदिर मे बहुत ही सुंदर सजावट की गई।

रोजाना पूजन मे भक्तों की लम्बी कतारें लगी रही। चतुर्दशी पर्व पर सुबह पूजन के बाद दोपहर 2 बजे शैफाली जैन ने मंदिर में थालोडी रखी गई। इसके बाद भी 2:30 बजे मंदिर से धर्मशाला तक शोभायात्रा निकाली।

शोभा यात्रा में ये लोग रहे उपस्थित-

शोभायात्रा में सीमा जैन , पिंकी जैन, ममता जैन , हेमा जैन, इंद्रा जैन, मीना जैन, कल्पना जैन, निशा जैन, बिंदु जैन, प्रतिभा जैन, बीना जैन, टीना जैन, शानु जैन, सरिता जैन सहित जैन समाज की सभी महिलाए उपस्थित रही। शोभायात्रा मे मंगल कलश के पुण्या रजक अश्वनी मंगल परिवार रहे। श्री जी का मंगल कलश पूनम मंगल अपने सर पर धारण करके दिगम्बर मंदिर तक लाई। इसके बाद जैन मंदिर में सभी भक्तों ने श्री जी का अभिषेक किया। अभिषेक के बाद शांति धारा की गई। शांति धारा के पुण्या रजक परिवार दिनेश , स्वतंत्र जैन , पिन्टू जैन, परिवार रहे। अनंत चतुर्दशी पर्व पर भी लगभग सभी भक्त उपवास तपस्या की। महिलाओं ने भजन गाकर भक्ति की। समाज अध्यक्ष विजय जैन ने बताया की इसके बाद दानपेटी खोलकर वार्षिक लेखा जोखा प्रस्तुत किया।

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10 September 2022, 06:28 PM IST

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