महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए नियम हुए सख्त, आग की घटना के बाद लिया गया ये फैसला

Mahakal Mandir: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में बीते दिन भस्म आरती के दौरान आग लग गई थी. इस घटना के बाद प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए नियमों को पहले से और सख्त कर दिया है.

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Ujjain Mahakal Mandir: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार को आग लगने से दर्दनाक हादसा हो गया है. मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती के समय गुलाल उड़ाए जाने से आग लग गई. इसमें करीब 14 लोग घायल हो गए. महाकाल मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. यह वजह है कि यहां रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. 24 घंटे मंदिर में भीड़ देखने को मिलती है. आग लगने की घटना के बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है. साथ ही मंदिर में नियमों को लेकर भी सख्त रवैया अपनाया जा रहा है.

मंदिर में सख्त हुए नियम

महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान आग लगने की घटना से श्रद्धालु काफी दुखी हैं. मंदिर में फिलहाल श्रद्धालुओं की संख्या में कमी हुई है. महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि पहले भी नियमों को सख्त रखा गया था लेकिन त्योहारों के कारण थोड़ी ढ़िलाई देखने को मिल रही थी. उन्होंने कहा कि अब भस्म आरती में हुई आगजनी की घटना के बाद नियनों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. संदीप सोनी ने कहा कि इस घटना के बाद मंदिर में दर्शन को लिए एक पल के लिए भी बंद नहीं किया गया.

हादसे की होगी जांच

महाकाल मंदिर में आगजना की घटना की जांच करने टीम बनाई गई है. मध्य पद्रेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है. मंदिर में 30 मार्च को रंगपंचमी पर सिर्फ हर्बल रंग को अनुमति दी जाएगी. प्रशासन ने बताया कि रंगपंचमी पर परिसर में किसी को भी बाहर से रंग लाने की अनुमति नहीं होगी. साथ ही सुबह होने वाली भस्म आरती के दौरान रंग पंचमी पर श्रद्धालुओं की तादाद को नियंत्रित किया जाएगा.

First Updated : Tuesday, 26 March 2024