प्रेमी के साथ रोमांस कर रही थी पत्नी, तभी आ धमका पति, टूटा सब्र का बांध... उठाया खौफनाक कदम
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां एक पति ने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से करवा दी. पत्नी बार-बार समझाने पर भी प्रेमी से विवाह की जिद पर अड़ी रही. अंततः पति ने आपसी सहमति से कागजी समझौता कर शादी करवाई और विदा कर दिया. मामला पुलिस थाने भी गया, लेकिन आपसी सहमति के चलते कोई कार्रवाई नहीं की गई.

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ स्थानीय लोगों को चौंकाया बल्कि सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी. यहां के एक गांव रामनगर में रहने वाले मनोज नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी रूबी की शादी उसके प्रेमी कौशल से खुद ही करवा दी और उसे पूरे सम्मान के साथ विदा भी किया.
15 साल पुरानी शादी, दो बच्चे और नया रिश्ता
रंगे हाथ पकड़ा, टूटा सब्र का बांध
एक दिन जब मनोज घर से बाहर था, उसी समय रूबी ने अपने प्रेमी कौशल को घर बुला लिया. लेकिन अचानक मनोज लौट आया और उसने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया. इस घटना ने सबकुछ बदल दिया. मनोज ने न केवल रूबी को फटकार लगाई, बल्कि उसके मायके वालों को भी बुलाकर स्पष्ट रूप से कहा कि अब रूबी की शादी कौशल से करवा दी जाए, वरना कोई अनहोनी हो सकती है.
आपसी सहमति से बना शादी का दस्तावेज
काफी विवाद के बाद, जब रूबी अपने प्रेमी के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी रही, तो आखिरकार मनोज और रूबी दोनों ने एक लिखित समझौता तैयार किया. उसमें साफ तौर पर लिखा गया कि वे आपसी सहमति से अलग हो रहे हैं और रूबी अपनी मर्जी से कौशल से विवाह कर रही है. इस पर दोनों पक्षों के रिश्तेदारों के हस्ताक्षर लिए गए और यह कागज थाने में पुलिस को भी सौंपा गया.
शादी करवा कर किया सम्मानपूर्वक विदा
इसके बाद गांव वालों की मौजूदगी में रूबी और कौशल की शादी करवाई गई. खुद पति मनोज ने पत्नी की ससम्मान विदाई की. इस पूरी प्रक्रिया को गांव में एक सामाजिक आयोजन की तरह देखा गया, और अब यह मामला वहां चर्चा का प्रमुख विषय बन चुका है.
आपसी सहमति, कोई शिकायत नहीं
निगोही थाना पुलिस ने इस मामले को आपसी सहमति का मामला बताते हुए कहा है कि जब तक किसी पक्ष से शिकायत नहीं आती, तब तक पुलिस कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकती. वहीं, पति मनोज ने अपने बच्चों को उनके ननिहाल भेज दिया है और खुद गांव लौट आया है, जबकि रूबी अब अपने नए जीवन की शुरुआत प्रेमी कौशल के साथ कर चुकी है.
अपनी पत्नी की बेवफाई से आहत था पति
यह घटना दर्शाती है कि सामाजिक परंपराएं और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के बीच संघर्ष किस हद तक जा सकता है. एक पति, जो अपनी पत्नी की बेवफाई से आहत था, अंततः उसे उसकी मर्जी से विदा कर खुद को किसी संभावित संकट से बचाने की राह चुनता है. यह घटना समाज में रिश्तों के बदलते स्वरूप और लोगों के निर्णय लेने की स्वतंत्रता की एक अनोखी मिसाल भी है.


