America: अमेरिका ने 37 रूसी और चाइनीज कंपनियों को किया ब्लैकलिस्ट, बताई ये वजह

अमेरिका ने रूस और चाइना की कई कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने चीन और रूस की करीब 37 कंपनियों के ट्रेड ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है। इस फैसले के बाद अब ये सभी कंपनियां अमेरिका में कोई कारोबार नहीं कर सकेंगी। अमेरिका ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा कि ये सभी कंपनियां रूसी और चीनी आर्मी के लिए काम कर रही थी। अमेरिका के सहायक सचिव थिया केंडलर का कहना है कि ऐसी कंपनियां जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति को लेकर चिंता पैदा करती है उनके खिलाफ एक्शन लिया जाता है।

Lalit Hudda
Lalit Hudda

अमेरिका ने रूस और चाइना की कई कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने चीन और रूस की करीब 37 कंपनियों के ट्रेड ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है। इस फैसले के बाद अब ये सभी कंपनियां अमेरिका में कोई कारोबार नहीं कर सकेंगी। अमेरिका ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा कि ये सभी कंपनियां रूसी और चीनी आर्मी के लिए काम कर रही थी। अमेरिका के सहायक सचिव थिया केंडलर का कहना है कि ऐसी कंपनियां जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति को लेकर चिंता पैदा करती है उनके खिलाफ एक्शन लिया जाता है।

इस वजह से चाइनीज और रूसी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट में डाला

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए 37 रूसी और चाइनीज कंपनियों ट्रेड ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है। अमेरिकी वित्त विभाग ने कहा कि रूसी सेना का सहयोग करने, चाइनीज आर्मी का समर्थन करने और म्यांमार व चीन में मानवाधिकारों के हनन में शामिल होने या उन्हें बढ़ावा देने की वजह से इन सभी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट में डाला गया है।

अमेरिका के सहायक सचिव थिया केंडलर कहा कि जब हम उन संस्थाओं की पहचान करते हैं जो संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति को लेकर चिंता पैदा करती है, तो हम उन्हें एंटिटी लिस्ट में जोड़ते हैं ताकि हम उनके लेनदेन की जांच कर सकें।

इससे पहले छह कंपनियों को ब्लैकलिस्ट में डाला था

अमेरिका ने पिछले महीने फरवरी में छह चाइनीज कंपनियों ब्लैकलिस्ट किया था। यह छह कंपनी चीन के बैलून कार्यक्रम का समर्थन कर रही थी। इसके बाद जो बाइडेन प्रशासन इन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें ब्लैकलिस्ट में डाल दिया था। अमेरिकी के वित्त विभाग ने कहा था कि उसने चीन के सैन्य आधुनिकीकरण की कोशिशों का समर्थन करने वाली छह चाइनीज कंपनियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें ब्लैकलिस्ट में डाल दिया।

अमेरिका के उद्योग और सुरक्षा विभाग के अधिकारी एलन एस्टेवेज ने 10 फरवरी एक बयान में कहा था कि "चीन अधिक ऊंचाई वाले गुब्बारों का इस्तेमाल कर देश की संप्रभुता का उल्लंघन कर रहा है। चीइनीज आर्मी खुफिया गतिविधियों के लिए इसका इस्तेमाल कर रही है। इससे अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।" उन्होंने कहा कि "अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाली संस्थाओं को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।"

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03 March 2023, 05:59 PM IST

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