असम: दिल्ली के एक होटल में तिनसुकिया के रहने वाले युवक की मौत
असम के तिनसुकिया जिले के तामूलबाड़ी निवासी 25 वर्षीय प्रशांत देब की दिल्ली के एक होटल में हुई रहस्मय मौत, जहाँ पूरे तिनसुकिया में चर्चा का विषय बना हुआ है, वही प्रशांत के परिवार में मातम छाया हुआ है। प्रशांत के पिता का कहना है की प्रशांत अपने दोस्त विशाल के साथ 3 नवंबर को तिनसुकिया से दिल्ली पहुचा था।
असम के तिनसुकिया जिले के तामूलबाड़ी निवासी 25 वर्षीय प्रशांत देब की दिल्ली के एक होटल में हुई रहस्मय मौत, जहाँ पूरे तिनसुकिया में चर्चा का विषय बना हुआ है, वही प्रशांत के परिवार में मातम छाया हुआ है। प्रशांत के पिता का कहना है की प्रशांत अपने दोस्त विशाल के साथ 3 नवंबर को तिनसुकिया से दिल्ली पहुचा था। दिल्ली के चांदनी चौक के होटल में कमरा किराए पर लेकर वह अपने उक्त दोस्त के साथ ठहरा था। इसके बाद मेरा बेटा अपने मोबाइल नंबर से मेरे और हमारे परिवार के सदस्यों के साथ नियमित संपर्क में था और उसने मुझे सूचित किया था कि उसने चांदनी चौक के होटल में कमरा लिया है और वह अपने उक्त दोस्त के साथ रह रहा है।
5 नवम्बर को शाम लगभग 4.30 बजे मेरी पत्नी को मेरे बेटे का फोन आया जिसमें वह बहुत खुश था और उसने कहा था कि उसने परिवार के सभी सदस्यों के लिए भी बहुत खरीदारी की है और वो 6 नवम्बर को सुबह 8 बजे तिनसुकिया के किये फ्लाइट से निकलेगा। 6 नवम्बर को जब मैं अपने बेटे के दोस्त विशाल देब के घर गया, तो अचानक विशाल देब की बहन राखी चौधरी ने मुझे बताया कि आपके बेटे की दिल्ली के होटल में मृत्यु हो गई है, और इस तरह की जानकारी के बारे में पूछने पर वह या कोई भी परिवार के अन्य सदस्यों ने मुझे या मेरे किसी रिश्तेदार को कोई तथ्य नहीं बताया। कोई और रास्ता न होने पर मैं अपने परिवार के साथ तिनसुकिया पुलिस स्टेशन पहुंचा और वहां मामले की जानकारी दी और तिनसुकिया पुलिस द्वारा पूछताछ के बाद और उक्त होटल से संपर्क करने पर यह पुष्टि हुई कि मेरे बेटे का शव उक्त के कमरे में पाया गया था।
हमारे और स्थानीय पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के बीच हमें पता चला कि दिल्ली का दौरा करते समय मेरा बेटा और विशाल एक लड़की के साथ थे, जिसका नाम तिनसुकिया निवासी स्वीटी पॉल था और वे तीनों दिल्ली के होटल में एक साथ थे। और जब हमने स्वीटी के मोबाइल नंबर पर कॉल की तो उसने बताया की, कि वह मेरे बेटे से प्यार करती है और उसके साथ दौरे के उद्देश्य से दिल्ली गई थी और वह होटल के कमरे में मेरे बेटे की मौत के बारे में पूरी तरह से अवगत थी, लेकिन उसने आगे कोई खुलासा करने से इनकार कर दिया और उसके बाद उसका मोबाइल नंबर और साथ ही विशाल का मोबाइल नंबर स्विच ऑफ पाया गया। उनकी पत्नी और एक रिस्तेदार दिल्ली पहुंचे, पर अभी तक उन्हें पुत्र प्रशांत की लाश नही मिली है। उन्होंने इस मामले को लेकर दिल्ली के लाहौरी गेट थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है, जिसमे आरोप लगाया गया है कि एक षडयंत्र के तहत स्वीटी पाल एवं विशाल ने उनके पुत्र की हत्या की है। उनको दिल्ली से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार होटल के सीसी टीभी फुटेज में स्वीटी और विशाल को 5 नवम्बर की रात करीब 3 बजे होटल छोड़ कर निकलते दिखाई पड़ रहे है।
सवाल यह है कि अगर किसी कारणवस प्रशांत देब की मौत होटल के कमरे में हो गई थी तो इन दोनों ने पुलिस में जानकारी देने के बजाय चोरो की तरह पलायन क्यों किया? यह दोनों अभी तक गायब क्यों है? देब परिवार को आशा है कि दिल्ली एवं तिनसुकिया पुलिस मिलकर दोनों को कानून के समक्ष लाएगी, ताकि इस सच्चाई का पता चल पाए कि 5 नवम्बर को आखिर हुआ क्या था?