मुश्किल में सीएम हेमंत सोरेन

हाल ही में ईडी ने खुलासा किया कि पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में भी फोन के कई वरीय अधिकारियों के संपर्क में था। इस दौरान वो सीएम का नाम लेकर लोगों को धमकाया भी था। चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र है कि ईडी द्वारा पूछताछ के क्रम में रवि केजरीवाल नाम के शख्स ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री ने पंकज मिश्रा को निर्देश दिया था कि खनन से आए पैसों के प्रबंधन का जिम्मा प्रेम प्रकाश को सौंप दिया जाय

Janbhawana Times
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस और अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बीते मंगलवार देर रात समन जारी किया था। मुख्यमंत्री को 3 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था लेकिन सीएम नहीं आए। ईडी सोरेन को दोबारा समन भेजने की तैयारी में है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन के टाइम पिटीशन पर मंथन कर लिया है और अगले सप्ताह दूसरा समन जारी हो सकता है।

उल्लेखनीय है कि ईडी ऐसे मामलों में 3 बार समन जारी करती है लेकिन यदि संबंधित व्यक्ति पूछताछ के लिए हाजिर नहीं होता तो एजेंसी कोर्ट से उचित विधि-सम्मत कार्रवाई के लिए विशेष निर्देश लेती है। मुख्यमंत्री अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में व्यस्तता का हवाला देकर हाजिर नहीं हुए। वहीं, जनता के बीच मुख्यमंत्री सोरेन ने धमकी भरे लहजे में कहा कि यदि मैं गुनहगार हूं तो समन क्यों? यदि हिम्मत है तो ईडी मुझे गिरफ्तार करे। वहीं, दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने ईडी को पत्र लिखकर 3 सप्ताह का समय मांगा लेकिन उन्हें मिलना मुश्किल है। वैसे भी समन जारी किए हुए करीब 1 सप्ताह बीतने को है। हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक शेड्यूल भी सार्वजनिक किया गया जिसमें 15 नवंबर यानी झारखंड स्थापना दिवस तक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। ईडी ने साहिबगंज सहित अन्य जिलों में अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री को बुलाया है।

दरअसल, 19 जुलाई को गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर 8 जुलाई को छापेमारी के दौरान ईडी को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ा चेक बुक मिला था। ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में जिक्र किया है कि 2 ब्लैंक चेक पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर भी थे। हाल ही में ईडी ने खुलासा किया कि पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में भी फोन के कई वरीय अधिकारियों के संपर्क में था। इस दौरान वो सीएम का नाम लेकर लोगों को धमकाया भी था। चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र है कि ईडी द्वारा पूछताछ के क्रम में रवि केजरीवाल नाम के शख्स ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री ने पंकज मिश्रा को निर्देश दिया था कि खनन से आए पैसों के प्रबंधन का जिम्मा प्रेम प्रकाश को सौंप दिया जाय। इन्हीं आधारों पर सीएम को तलब किया गया है। इस बीच झारखंड में सियासी बयानबाजियां भी जारी है।

मुख्यमंत्री सोरेन ने बीजेपी पर राज्य सरकार को अस्थिर करने की साजिश करने का आरोप लगाया है। केंद्र सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया है तो वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राष्ट्रपति शासन की मांग की है। बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि मुख्यमंत्री सोरेन को इस्तीफा देकर ईडी की जांच का सामना करना चाहिए। वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी पर चोर दरवाजे से सत्ता का खेल खेलने का आरोप लगाया है। इधर, ईडी के समन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य का अजीबोगरीब बयान आया है। उन्होंने कहा कि सीएम सोरेन ईडी ऑफिस क्यों जाएंगे। यदि किसी को उनसे मिलना है तो अपॉइंटमेंट लें।

दरअसल, उच्चतम न्यायालय ने शिवशंकर शर्मा द्वारा अवैध खनन पट्टा लीज और शेल कंपनी मामले की सीबीआई और ईडी जांच की मांग से संबंधित दाखिल जनहित याचिका को सुनवाई योग्य नहीं माना। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद लोगों के मन में ये सवाल घूम रहा है कि क्या मुख्यमंत्री के खिलाफ जारी हालिया ईडी की कार्रवाई रुक जाएगी। क्या हेमंत सोरेन की मुश्किलें खत्म हो गई हैं? दरअसल, इससे पहले झारखंड हाईकोर्ट ने जनहित याचिका को सुनवाई योग्य माना था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में हाईकोर्ट के फैसले को भी निरस्त किया है। लेकिन इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी अवैध खनन और मनी लांड्रिंग की ईडी जांच पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

दरअसल,कोर्ट ने ईडी की हालिया जांच अथवा कार्रवाई पर कोई टिप्पणी नहीं की है। कोर्ट ने केवल पीआईएल को सुनवाई योग्य नहीं माना है। वही,अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग केस राज्य की निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल, मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, प्रेम प्रकाश उर्फ पीपी तथा बच्चू यादव की गिरफ्तारियों से जुड़ा है। इसमें ईडी को कई ऐसी जानकारियां मिली हैं जो सीएम से जुड़े हैं और संदिग्ध हैं। उस मामले में ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को समन किया है। दूसरा मामला जिसमें ईडी की जांच चल रही है वो साहिबगंज सहित संताल परगना के कुछ जिलों और राज्य के अन्य हिस्सों में अवैध खनन और मनी लांड्रिंग से जुड़ा है। ईडी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि राज्य में 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का अवैध खनन हुआ है।

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08 November 2022, 08:19 PM IST

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