हिमाचल में रोचक होगा मुकाबला

हिमाचल में रोचक होगा मुकाबला

Janbhawana Times
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हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव की घोषणा कर दी है। राज्य में 12 नवंबर को वोट पड़ेंगे और आठ दिसंबर को नतीजे आएंगे। इस पहाड़ी राज्य में दोनों मुख्य दल यानी कांग्रेस और भाजपा के बीच ही मुकाबला होता आया है। इस बार आम अदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में उतरने जा रही है तो निसंदेह रोचक मुकाबला होने की संभावना है।

भाजपा इस बार दावा कर रही है कि वह दशकों से चले आ रहे 'दस्तूर' को बदल रख देगी। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में दस्तूर का मतलब,सत्ता परिवर्तन के चक्र से है। वह चक्र हर पांच साल में बदलता रहा है। यानी पांच साल भाजपा, तो पांच साल कांग्रेस पार्टी की सरकार बनती रही है। हालांकि पिछली बार नौ नवंबर को हिमाचल में चुनाव हुए थे, जबकि 18 दिसंबर को मतगणना हुई थी। यह ध्रुव सत्य है कि हिमाचल प्रदेश में पांच साल के अंदर बहुत बदलाव आए हैं? मौजूदा राजनीतिक स्थिति भी बदली है? लेकिन इस बार राज्य के मुद्दे क्या होंगे इसकी तस्वीर अभी साफ नहीं है? भाजपा ने विकास के साथ राष्ट्र सुरक्षा, आम लोगों की सहूलियत, गरीबों-किसानों को मजबूत बनाने के मुद्दे पर चुनावी मैदान पर उतरने का फैसला लिया है। भाजपा हर जगह अपने विकास कार्यों की गिनती करा रही है। एम्स, आईआईटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों को बनाने की बात कह रही है। हाईवे, पुल, अंडर ब्रिज, टनल, मेट्रो जैसे अन्य कार्यों को बताकर लोगों से भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की जा रही है। पिछले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई योजनाओं को उद्धाघाटन और शिलान्यास भी किया है।   

देश की चौथी वंदे भारत ट्रेन की सौगात भी हिमाचल को मिली है। यहां भाजपा अपने मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चेहरे पर ही चुनाव लड़ेगी। हालांकि, बड़ा चेहरा पीएम मोदी का ही होगा। जयराम ठाकुर के अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंबेल सिंह कश्यप भी आगे हैं। वहीं, कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह की अगुआई में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। पिछले साल जुलाई में ही वीरभद्र सिंह का निधन हो गया था। इसके बाद कांग्रेस ने उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बना दिया था। वीरभद्र छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री थे। वीरभद्र के परिवार का आज भी हिमाचल में काफी दबदबा है। यही कारण है कि कांग्रेस ने इस बार प्रतिभा सिंह को कमान सौंप दी है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर से प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को चेहरा बनाया गया है। आम आदमी पार्टी ने भी पूरी ताकत लगा दी है। प्रदेश अध्यक्ष सुरतीज ठाकुर की अगुआई में आम आदमी पार्टी यहां चुनाव लड़ रही है।

हालांकि, यहां भी बड़ा चेहरा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का ही होगा। सूबे में शुरू से मुख्य लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच ही रही है। 1983 से अब तक के आंकड़े देखें तो पांच साल भाजपा और पांच साल कांग्रेस ने प्रदेश पर राज किया है। हालांकि, इस बीच लंबे समय तक कांग्रेस के वीरभद्र सिंह ही मुख्यमंत्री रहे। अब उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह कांग्रेस की अगुआई कर रहीं हैं। वहीं, भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अगुआई में पार्टी चुनावी मैदान में है। ऐसे में मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनों पार्टियों के बीच बताया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के आने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। लेकिन शुक्रवार को एक सर्वें भी सामने आया है जिसमें हिमाचल में पुन: भाजपा की सरकार बनने का दावा किया गया है। कांग्रेस को केवल 20-26 सीटें मिलने का दावा किया गया है जबकि सर्वे रिपोर्ट में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने में कामयाब होती दिख रही है।

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14 October 2022, 09:43 PM IST

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