विभाजन की पीड़ादायक तस्वीर को देश कभी नहीं भूला सकता : गृहमंत्री अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज रविवार को विभाजन के दौरान जान गवांने वाले लोगों को श्रद्धाजंलि दी.
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज रविवार को विभाजन के दौरान जान गवांने वाले लोगों को श्रद्धाजंलि दी. साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित कर कहा कि विभाजन के काले अध्याय को भुलाया नहीं जा सकता. इस दौरान हुई हिंसा और अमानवीय घटनाएं आज भी लोगों को विचलित कर देती है. पीड़ित हुए लोग चाह कर भी इसे नहीं भुला सकते. आज के दिन को हमलोगों विभाजन विभिषका स्मृति दिवस के रुप में याद कर रहें हैं.
1947 में हुआ देश का विभाजन भारतीय इतिहास का वो अमानवीय अध्याय है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। विभाजन की हिंसा और घृणा ने लाखों लोगों की जान ली व असंख्य लोगों को विस्थापित करवाया।
— Amit Shah (@AmitShah) August 14, 2022
आज 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर विभाजन का दंश झेलने वाले लाखों लोगों को नमन करता हूँ।
विदित हो कि साल 1947 के समय भारत के विभाजन के फैसले के बाद लोगों के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ गई थी. दोनों देशों के अल्पसंख्यक स्थानांतरित होने लगे. इस बीच हिंसा की खौफनाक तस्वीर देखने को मिली थी. दोनों मुल्कों के लोगों के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ गई थी. इस दौरान लाखों लोगों ने अपने को खोया. बंटवारें की उस जख्म को आज तक नहीं भरा जा सका है. गृहमंत्री ने कहा कि इस पीड़ादायक याद को कभी भुलाया नही जा सकता है. यह उस समय के नेताओं के द्वारा गलत फैसले का नतीजा था.
क्या है विभाजन विभिषका स्मृति दिवस
पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी ने 14 अगस्त को घोषणा कर कहा था कि विभाजन के दौरान पीड़ितों को याद करने के लिए 14 अगस्त की तारीख को ’विभाजन विभिषका स्मृति दिवस’ के रुप में याद किया जाएगा.