सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और सुशासन
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कार्यों की तुलना अगर देश के अन्य राज्यों से की जाये तो वाकई सच सामने आयेगा। अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूर्णता की ओर है। श्रीराम वनगमन पथ का निर्माण भी प्रगति पर है। चित्रकूट इसका महत्वपूर्ण पड़ाव है।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कार्यों की तुलना अगर देश के अन्य राज्यों से की जाये तो वाकई सच सामने आयेगा। अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूर्णता की ओर है। श्रीराम वनगमन पथ का निर्माण भी प्रगति पर है। चित्रकूट इसका महत्वपूर्ण पड़ाव है। यहीं भाजपा का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ क्रमशः चित्रकूट और अयोध्या पहुंचे। चित्रकूट में उन्होंने शिविर के समापन सत्र को संबोधित किया।
अयोध्या में मंदिर निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर विकास कार्यों की समीक्षा की। सरकार और संगठन से संबंधित संबोधन अपने में बहुत कुछ कहता है। इसमें सुशासन और संस्कृति का संदेश समाहित है। भाजपा संगठन और सरकार इसके प्रति समर्पित है। यही वह तथ्य हैं जो भाजपा को अन्य पार्टियों से अलग करती है। अक्सर कहा जा रहा है कि सभी विपक्षी पार्टियां परिवार आधारित हैं। इन सभी की नजर वोट बैंक की सियासत पर रहती है। सरकार में रहने के दौरान इसी मानसिकता से कार्य किया जाता है। इसमें परिवार से संबंधित जनपद और क्षेत्र वीआईपी माने जाते हैं। इनको छोड़कर अन्य किसी भी जिले को चौबीस घंटे बिजली नसीब नहीं होती थी। योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही इस परंपरा को समाप्त किया। बिना भेदभाव के पूरे प्रदेश के समग्र विकास का संकल्प लिया था। प्रत्येक नगर-गांव को वीआईपी माना। इसी के अनुरूप बिजली अापूर्ति और विकास कार्यों को क्रियान्वित किया गया। चित्रकूट का प्रशिक्षण शिविर उत्साह के माहौल में हुआ। चार दशक बाद किसी सरकार को लगातर दूसरी बार जनादेश प्राप्त हुआ था। उपचुनाव में मुख्य विपक्षी के सर्वाधिक सुरक्षित गढ़ भी ध्वस्त हो गये थे।
राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को शानदार सफलता मिली थी। डेढ़ दर्जन विपक्षी पार्टियां मिलकर भी राजग का मुकाबला करने की स्थिति में नहीं हैं। वस्तुतः भाजपा को यह मुकाम उसकी केंद्र और प्रदेश सरकारों द्वारा किये जा रहे जनहित के कार्यों से मिला है। शिविर में इसी को जारी रखने का मंसूबा दिखाई दिया। यही सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और सुशासन भाजपा का संबल है। उसका मानना है कि राष्ट्रीय स्वाभिमान किसी देश को शक्तिशाली बनाने में सहायक होता है। देश में इसी विचार के जागरण की आवश्यकता है।अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण व भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आठ वर्ष और योगी आदित्यनाथ ने पांच वर्ष में संस्कृति और सुशासन को नया आयाम दिया है। इसमें दो वर्ष वैश्विक कोरोना महामारी का प्रकोप रहा। इसने दुनिया के विकसित देशों को भी हिला कर रख दिया था। सभी देशों की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव हुआ। इससे अभी संभलने का प्रयास चल रहा था, तभी रूस यूक्रेन संकट सामने आ गया। इन सभी कारणों से पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ी है। अमेरिका व यूरोप के विकसित देशों में कई दशक बाद ऐसी महंगाई देखी जा रही है।
मोदी सरकार ने तो इस अवधि में दुनिया की सबसे बड़ी निशुल्क राहत वितरण योजना का संचालन किया। दुनिया का सबसे बड़ा निशुल्क टीकाकरण अभियान चलाया। इसके अलावा राहत के अनेक कार्य किये गये। उत्तर प्रदेश भी ऐसी सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में नंबर वन है। देश में सत्तर वर्ष बाद एक विधान एक निशान लागू हुआ। पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के उत्पीड़ित हिन्दू बौद्ध,सिख,पारसी परिवारों को न्याय मिला। नागरिकता संशोधन कानून लागू हुआ। इसका जिस प्रकार विरोध किया गया उससे जाहिर हुआ कि मोदी सरकार न होती तो इन उत्पीड़ितों की सुनने वाला कोई नहीं था।