राहुल गांधी को लगा बड़ा झटका, लोकसभा सांसद पद के लिए अयोग्य हुए घोषित
कांग्रेस पार्टी के राहुल गांधी को उनकी मोदी सरनेम टिप्पणी पर आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने की तारीख से लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को अब तक आज लगा सबसे बड़ा झटका। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी मोदी सरनेम की टिप्पणी पर आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने की तारीख से लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। लोकसभा सचिवालय ने आज यानी शुक्रवार का नोटिफिकेशन जारी कर दिया। जब गुजरात की सूरत कोर्ट ने मोदी सरनेम को लेकर की गई विवादित बयान के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दोषी करार दिया है। जिला अदालत राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सूरत अदालत में सुनवाई के दौरान मौजूद रहे। बता दें कि राहुल के खिलाफ इस मामले में मानहानि का मुकदमा दर्ज किया गया है।
कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी इंचार्ज कम्युनिकेशंस ने ट्वीट कर जयराम रमेश ने कहा कि "हम इस लड़ाई को कानूनी और राजनीतिक दोनों तरह से लड़ेंगे। हम भयभीत या चुप नहीं होंगे। पीएम से जुड़े अडानी महामेगा स्कैम में जेपीसी के बजाय, राहुल गांधी अयोग्य हैं। भारतीय लोकतंत्र ओम शांति,"
हम कानूनी और राजनीतिक दोनों तरह से इस लड़ाई को लड़ेंगे। हम डरने या चुप रहने वाले नहीं हैं। प्रधानमंत्री से जुड़े अडानी महाघोटाले में JPC के बजाय राहुल गांधी को अयोग्य करार दिया गया है। भारतीय लोकतंत्र ओम शांति।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) March 24, 2023
सांसद के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता पर भाजपा सांसद विनोद सोनकर ने कहा कि 'यह कोर्ट का आदेश है, इसे सभी को मानना चाहिए। कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया। चुनाव के समय जिस तरह से उन्होंने एक समुदाय का अपमान किया... इससे पूरे देश में एक अच्छा संदेश गया है।'
सांसद के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 'उन्होंने (भाजपा) उन्हें अयोग्य ठहराने के सभी तरीके आजमाए। जो सच बोल रहे हैं उन्हें वो रखना नहीं चाहते लेकिन हम सच बोलते रहेंगे. हम जेपीसी की मांग जारी रखेंगे, जरूरत पड़ी तो लोकतंत्र बचाने के लिए जेल जाएंगे। हमने आज शाम 5 बजे पार्टी कार्यालय में अपने वरिष्ठ पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है। बैठक में हम अपनी रणनीति तैयार करेंगे कि कैसे आगे बढ़ना है।
महाराष्ट्र कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि राहुल गांधी 'एक सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। दो साल की जेल की सजा सुनाते ही हमें इस बात का अंदेशा हो गया था- किसी की (सदन की) सदस्यता रद्द करने के लिए यह जरूरी है। वे 6 महीने या 1 साल की जेल की सजा का ऐलान कर सकते थे लेकिन 2 साल की सजा का मतलब था कि उनके पास आगे की योजना थी और उन्होंने आज ऐसा किया। मैं इस कार्रवाई की निंदा करता हूं। इससे पता चलता है कि नरेंद्र मोदी राहुल गांधी से कितने डरे हुए हैं।'
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि क्या एक पूरे समाज को चोर बोल सकते हैं? क्या कांग्रेस जैसी पार्टी के लिए छोटे समाज और OBC समाज का अपमान करना और माफी भी न मांगना ही अभिव्यक्ति की आज़ादी है। गाली देने में और आलोचना करने में अंतर है। वे (राहुल गांधी) OBC समाज को गाली देने का काम कर रहे थे जिसकी वजह से उन्हें सजा हुई।
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि 'जब राहुल गांधी ने अडानी पर प्रधानमंत्री से सवाल पूछे थे उसी समय से इन्होंने इस प्रकार साजिश राहुल गांधी की आवाज को दबाने के लिए शुरू कर दी थी। मोदी सरकार के मंत्रियों ने कई बार राहुल गांधी के खिलाफ गलत आरोप लगाए। लोकसाभ में राहुल गांधी को बोलने का और अपना पक्ष रखने का मौका भी नहीं दिया गया। ये साफ-साफ भाजपा सरकार के लोकतंत्र विरोधी और तानाशाह वाले मनोभाव को दर्शाता है।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 'राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करना मोदी सरकार की प्रतिशोध की नीति का उदाहरण है। भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी की लोकप्रियता बहुत बढ़ी है और मोदी सरकार को यही हजम नहीं हो रहा। उन्हें लग रहा है कि राहुल गांधी का मुंह बंद करना होगा क्योंकि अगर उन्हें बोलने दिया गया तो BJP सरकार से बाहर हो जाएगी।'
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि 'अगर मोदी जी का मन साफ होता और हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी के घपले नहीं होते तो क्या कोई प्रधानमंत्री इस बात पर चर्चा करने से पीछे हटता। राजीव गांधी पर भी आरोप लगा था लेकिन वे बेदाग निकले। 7 बार लोकसभा में JPC हो चुकी है, फिर ये क्यों डरते हैं?।
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने पर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने हम इस हमले के खिलाफ मजबूती से लड़ेंगे। कल 'शहीद दिवस' था, और आज राहुल गांधी का यह राजनीतिक बलिदान (सांसद के रूप में अयोग्यता), यह देश में एक महत्वपूर्ण मोड़ होगा और देश लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई जीतेगा।
यह साजिश के तहत किया गया है। बिहार और पूरा देश देख रहा है कि वे (भाजपा) क्या कर रहे हैं। सब कुछ उनके (बीजेपी) के आदेश पर हो रहा है: सांसद के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता पर बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि राहुल गांधी संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह निडर होकर बोलते रहे हैं। जाहिर है, वह इसकी कीमत चुका रहा है। सरकार बौखला गई है। यह सरकार उनकी आवाज दबाने के लिए नई तकनीक खोज रही है।
We all know that Rahul Gandhi has been speaking out fearlessly both inside and outside the Parliament. Clearly, he is paying a price for it. The government is rattled. This government is finding new techniques to throttle his voice: Congress leader Abhishek Manu Singhvi pic.twitter.com/pCtXpoi4nZ
— ANI (@ANI) March 24, 2023
तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी ने कहा कि 'ये सभी गैर-लोकतांत्रिक कदम हैं। यह पूरा फैसला लोकसभा सचिवालय पर दबाव बनाकर लिया गया है। ऐसा मुख्य मुद्दों (अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच) से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया गया है। कांग्रेस और गांधी परिवार उनसे (भाजपा) नहीं डरता। पीएम मोदी ने एक बार राज्यसभा में कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी को 'सूर्पणखा' कहा था। पीएम होने के नाते उन्होंने उनके लिए इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियों का इस्तेमाल किया। वे सिर्फ गांधी परिवार को डराने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन हम सब उनके साथ हैं।
PM Modi had once called Congress leader Renuka Chowdhury 'Surpanakha' in Rajya Sabha. Being a PM he used such derogatory remarks for her. They are just trying to scare the Gandhi family but we all are with them: Telangana Congress chief Revanth Reddy
— ANI (@ANI) March 24, 2023
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 'जब से भारत जोड़ो यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हुई है, सरकार परेशान है... जिस तरह से राहुल गांधी - एक देशभक्त, जिनके पूरे कबीले ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था और जिनकी दादी और पिता की हत्या कर दी गई थी - को संसद में बोलने और आने से रोक दिया गया था। ..यह उन्हें महंगा पड़ेगा। उन्होंने इंदिरा गांधी को भी परेशान किया था और उन्हें संसद से अयोग्य घोषित कर दिया गया था और उन्होंने इसकी कीमत चुकाई थी - इंदिरा गांधी की लहर थी और वह भारी बहुमत से पीएम बनीं। मैं कह सकता हूं कि हालिया गतिविधियों से 2024 के चुनाव में संभावनाएं बढ़ेंगी। लोग इस तरह की तानाशाही एनडीए सरकार को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
They had harassed Indira Gandhi as well & she was disqualified from the Parliament and they paid the price - there was a wave of Indira Gandhi and she became the PM with a massive majority. I can say that with the recent activities, chances will increase in 2024 election. People… pic.twitter.com/ZwdVtsUtUQ
— ANI (@ANI) March 24, 2023