भारत, भारतीय और भारतीयता
भारत, भारतीय और भारतीयता
सभी सम्मानित देशवासियो आज पूरा देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। देशभक्ित के इस पावन पर्व पर देश के साथ ही सभी देशवासियों को लेखनी के माध्यम से नमन करता हूं। यूं तो भारत में विभिन्न धर्मों के अपने अलग पर्व एवं त्यौहार हैं। जिनमें से अभी तीन दिन पूर्व ही एक रक्षाबंधन के रूप में मनाया गया है। भारत में अनेक धर्म और जातियां निवास करती हैं। इस सबके बाद भी अनेकता में एकता यहां की सबसे बड़ी पहचान ही नहीं बल्िक सबसे बड़ी शक्ित रही है। 15 अगस्त को हर साल हम आजादी का पर्व मनाते हैं। मगर इस बार इसे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ नाम दिया गया है। भारत की पहचान आज विश्व पटल पर बन चुकी है, इस बात का गर्व आज हर हिन्दुस्तानी को है। भारत भारतीय और भारतीयता के आज चहुंओर चर्चे हैं। होली, दीवाली, ईद, क्रिसमस, लोहड़ी आदि हमारे अपने धर्म आधारित पर्व हैं, जिन्हें हम अपने-अपने तरीके से मनाते हैं। मगर 15 अगस्त, 26 जनवरी एवं 02 अक्टूबर ऐसे राष्ट्रीय पर्व हैं, जिन्हें पूरा देश एक साथ मनाता है। स्वतंत्रता दिवस कहें या स्वाधीनता दिवस हम भारतीयों के लिए यह दिन खास होता है। इस बार तो यह दिन हम सभी के लिए और भी खास बन गया है। चूंकि भारत सरकार की ओर से इसके लिए विशेष पहल की गई है। आज भारत आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मना रहा है। देशभर में 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है। इसके लिए 13 अगस्त से ही 'हर घर तिरंगा' अभियान की शुरूआत हो गई है।
देशभर में हर घर तिरंगा अभियान की शुरूआत हो चुकी है। देशवासी आजादी के जश्न में डूबे नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं इसका असर इस बार कांवड़ यात्रा में भी देखने को मिला है। सम्मानित देशवासियो हमें गर्व है कि आज हमारा देश उस मुकाम पर पहुंच चुका है कि कुछ भी फैसला लेने से पहले विश्वभर के देश भारत के विषय में सोचने पर मजबूर हैं। आज़ादी के 75वें वर्ष को आज आज़ादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान 'हर घर तिरंगा' और 'तिरंगा मेरा अभिमान' भी महोत्सव के तौर पर मनाया जा रहा है। जगह-जगह तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर जहां पूरा देश एकजुट होकर इस जश्न को मना रहा है। सही मायने में हमारा यही उद्देश्य होना चाहिए कि हम किसी भी सूरत में भारत माता की सुरक्षा के लिए तत्पर रहेंगे। हम सभी का कर्तव्य है कि हम चाहे किसी भी जाति या धर्म से संबंध रखते हैं, उस सबसे पहले हम सिर्फ और सिर्फ भारतवासी हैं। आजादी के अमृत महोत्सव का जश्न मनाने में स्कूली छात्र-छात्राओं से लेकर सेना के जवान भी पीछे नहीं रहना चाहते। सीमा सशस्त्र बल के जवानों ने भी इस अवसर पर साइकिल रैली निकाली। सेना के जवानों ने साइकिल रैली के दौरान तिरंगा लिए कई किलोमीटर की यात्रा तय कर शांति का संदेश दिया है। इस दौरान सेना के जवान जहां से भी गुजरे लोगों ने उन्हें सेल्यूट किया और जय जवान के नारे भी लगाए। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस भी देशभक्ित से ओतप्रोत इस कार्य में पीछे नहीं रही है। केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए हर घर तिरंगा अभियान के तहत स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर लोगों ने अपने-अपने आवास पर तिरंगा फहराया।
इस अवसर पर लोगों ने कहा कि तिरंगा हमारी शान है और यह सभी भारतीयों को एकजुट करने के लिए प्रेरित करता है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने सभी देशवासियों से 13-15 अगस्त के बीच अपने घरों और प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहराने की अपील भी की है। जिसका असर 14 अगस्त की देर रात तक देखने को मिला। अब ईश्वर से यही कामना है कि आजादी का अमृत महोत्सव सभी भारतीयों के लिए एक प्रेरणा बने और इस एकता के सूत्र में सभी बंधे रहें। धर्म और जाति के नाम पर लड़ना न तो भारत का कल्चर है न ही इंसानियत। सभी को मिलकर आगे बढ़ना है तभी देश आगे बढ़ेगा। हमारे देश के नेता चुनावी माहौल में एक-दूसरे पर शाब्िदक प्रहार करते हैं, मगर बात अगर देश की आन-बान-शान की आती है तो सभी एक जगह खड़े दिखाई देते हैं। यही भारतीयता है और यही देशभक्ित है। इन्हीं शब्दों के साथ अपनी लेखनी को विराम देते हुए एक बार पुन: भारत माता के साथ ही समस्त देशवासियों को नमन। जयहिंद-जय भारत।