Mann Ki Baat: मन की बात में पीएम मोदी बोले- ये भारत की डिजिटल क्रांति की शक्ति है
‘मन की बात’ के इस 98वें एपिसोड में आप सभी के साथ जुड़कर मुझे बहुत खुशी हो रही है। Century की तरफ बढ़ते इस सफर में, ‘मन की बात’ को, आप सभी ने, जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का, अद्भुत platform बना दिया है। "आप, अपने मन की शक्ति तो जानते ही हैं, वैसे ही, समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति बढ़ती है,
‘मन की बात’ के इस 98वें एपिसोड में आप सभी के साथ जुड़कर मुझे बहुत खुशी हो रही है। Century की तरफ बढ़ते इस सफर में, ‘मन की बात’ को, आप सभी ने, जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का, अद्भुत platform बना दिया है। "आप, अपने मन की शक्ति तो जानते ही हैं, वैसे ही, समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति बढ़ती है, ये हमने ‘मन की बात’ के अलग-अलग Episodes में देखा है, समझा है, और मैंने अनुभव किया है - स्वीकार भी किया है।"
"मुझे वो दिन याद है, जब हमने ‘मन की बात’ में भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन की बात की थी। तुरंत उस समय देश में एक लहर सी उठ गई भारतीय खेलों के जुड़ने की, इनमें रमने की, इन्हें सीखने की "‘मन की बात’ में, जब, भारतीय खिलौनों की बात हुई, तो देश के लोगों ने,इसे भी, हाथों-हाथ बढ़ावा दे दिया। अब तो भारतीय खिलौनों का इतना craze हो गया है, कि, विदेशों में भी इनकी demand बहुत बढ़ रही है।
"जब ‘मन की बात’ में हमने story-telling की भारतीय विधाओं पर बात की, तो इनकी प्रसिद्धि भी, दूर-दूर तक पहुँच गई | लोग, ज्यादा से ज्यादा भारतीय story-telling की विधाओं की तरफ आकर्षित होने लगे। "साथियो, आपको याद होगा सरदार पटेल की जयन्ती यानी ‘एकता दिवस’ के अवसर पर ‘मन की बात’ में हमने तीन competitions की बात की थी। ये प्रतियोगिताएं, देशभक्ति पर ‘गीत’,‘लोरी’ और ‘रंगोली’ इससे जुडी थीं।
'मन की बात' में PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के इस अवसर पर मुझे लता मंगेश्कर जी की याद आना स्वभाविक है क्योंकि जब ये प्रतियोगिता प्रारंभ हुई थी उस दिन लता दीदी ने ट्वीट कर देशवासियों से आग्रह किया था कि वे इस स्पर्धा में जरूर जुड़ें। सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर 'मन की बात' में हमने 3 प्रतियोगिता की बात की थी। ये प्रतियोगिताएं देशभक्ति पर गीत, लोरी और रंगोली पर आधारित थी। मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि देशभर के 700 से अधिक जिलों के 5 लाख से अधिक लोगों ने इसमें भाग लिया है।
'मन की बात' में PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस एप का उपयोग करके अब तक टेली परामर्श करने वालों की संख्या 10 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। आप कल्पना कर सकते हैं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 10 करोड़ परामर्श, मरीज और डॉक्टर के साथ अद्भुत नाता, ये बहुत बड़ी उपलब्धि है। देश के सामान्य मानवी के लिए, मध्यम वर्ग के लिए, पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वालों के लिए ई-संजीवनी जीवन रक्षा करने वाला एप बन रहा है। ये भारत की डिजिटल क्रांति की शक्ति है।
'मन की बात' में PM नरेंद्र मोदी ने कहा किपश्चिम बंगाल में हुगली ज़िले के बांसबेरिया में इस महीने 'त्रिबेनी कुम्भो महोत्सव' का आयोजन किया गया। इसमें 8 लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतना विशेष इसलिए है क्योंकि इस प्रथा को 700 साल के बाद पुनर्जीवित किया गया है। त्रिबेनी की विरासत को पुनर्स्थापित करने और कुंभ परंपरा के गौरव को पुनर्जीवित करने के लिए यहां पिछले साल कुंभ मेले का आयोजन किया गया था। 7 सदियों बाद, 3 दिन के कुंभ महास्नान और मेले ने इस क्षेत्र में एक नई उर्जा का संचार किया है।