राजनाथ ने चीन को ललकारा, बोले- भारत किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को ललकारते हुए आज कहा कि भारत युद्ध में विश्वास नहीं करता लेकिन अगर मजबूर किया गया तो हम लड़ने के लिए तैयार हैं।

Saurabh Dwivedi
Saurabh Dwivedi

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर रहे। तवांग (Tawang) क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को हुई झड़प के बाद रक्षा मंत्री अरुणाचल प्रदेश की अपनी पहली यात्रा पर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश में सियोम ब्रिज और 27 अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। यह सभी परियोजनाएं 7 सीमावर्ती राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में 724 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई हैं। उन्होंने लद्दाख और मिजोरम में तीन वीसैट-आधारित टेलीमेडिसिन नोड्स का भी उद्घाटन किया गया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को ललकारते हुए आज कहा कि भारत युद्ध में विश्वास नहीं करता लेकिन अगर मजबूर किया गया तो हम लड़ने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो अपने पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है। यह हमें भगवान राम और भगवान बुद्ध की शिक्षाओं से विरासत में मिला है। हालांकि देश के पास उकसाने पर किसी भी तरह की स्थिति का सामना करने की क्षमता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “ये युद्ध का युग नहीं” कहकर भारत के संकल्प को पुनः स्पष्ट किया था और दुनिया का ध्यान इस संकल्प की ओर आकर्षित किया था यानी हम युद्ध में यकीन नहीं रखते हैं पर अगर हम पर युद्ध थोपा जाता है तो हम हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। 

सेना के साथ चल रहा BRO-

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि बीआरओ हमारी सेना के साथ चल रहा है। मैं BRO और 'Bro' यानी भाई के इस्तेमाल पर कंफ्यूज होता था, लेकिन वे जो काम कर रहे हैं, उसे देखने के बाद वे वास्तव में हमारे सशस्त्र बलों और लोगों के भाई हैं।

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि आज बीआरओ द्वारा देश के सीमावर्ती इलाकों में निर्मित 28 मूलढ़ांचा परियोजनाएं को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मुझे बड़ी खुशी और गौरव का अनुभव हो रहा है। साथ ही BRO@2047 विजन दस्तावेज जारी करना भी मेरे लिए खुशी की बात है।

राजनाथ ने बीआरओ को सराहा- 

रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि हाल में बीआरओ ने जिस भावना और गति के साथ विकास कार्यों को अंजाम दिया है वह सराहनीय है। अधिक से अधिक सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने की योजना सरकार की प्राथमिकता में है, ताकि वहां रहने वाले लोगों के विकास के साथ-साथ, उनमें व्यवस्था के प्रति विश्वास की भावना विकसित हो सके।

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03 January 2023, 04:56 PM IST

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