राज्यसभा में खड़गे बयान पर मचा हंगामा, सभापति ने कहा आरोपों के सबूत पेश करें खड़गे

संसद के बजट संत्र की कार्यवाही जारी है। देश के प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी आज लगभग तीन बजे लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे। बजट सत्र के दौरान ऱाष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद में जोरदार बहस हुई।

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संसद के बजट संत्र की कार्यवाही जारी है। देश के प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी आज लगभग तीन बजे लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे। बजट सत्र के दौरान ऱाष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद में जोरदार बहस हुई। अदाणी कंपनी के शेयरों के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस में जमकर एक दूसरे पर हमला बोला है।

खड़गे ने कहा कि हम चाहते हैं कि संयुक्त संसदीय समिति (JPC) बिठाई जाए और इस (अडानी मामले) की जांच हो। इस पर राज्यसभा में सांसद पीयूष गोयल पलटवार करते हुए कहा कि संयुक्त संसदीय समिति (JPC) तब बैठती है जब आरोप सिद्ध हो जाए। जब सरकार पर आरोप लगता है तब संयुक्त संसदीय समिति बिठाई जाती है किसी निजी व्यक्ति के मुद्दे पर नहीं।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि एक व्यक्ति जिसकी संपत्ति ढ़ाई साल में 13 गुना बढ़ गई। 2014 में 50,000 करोड़ की थी वह 2019 में एक लाख करोड़ की हो गई। अचानक ऐसा क्या जादू हुआ कि 12 लाख करोड़ बढ़ गई। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट तो है ही जिसे वे (BJP) नहीं मानते हैं।

राज्यसभा में पीयूष गोयल ने पलटवार करते हुए कहा कि वे विदेश रिपोर्टों (हिंडनबर्ग रिपोर्ट) पर बातें कर रहे हैं, यह तो कांग्रेस का तारीका है। मैं स्पष्ट कहता हूं कि इनके खुद के नेता जिनके कहने के बगैर ये कुछ नहीं करते हैं उनकी संपत्ति ही देखें कि 2014 में इनके नेता की कितनी संपत्ति थी और आज कितनी है।

राज्यसभा में विपक्षी दलों को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी पलटवार करते हुए कहा कि यह कहना बहुत चालाकी है कि हम डेटा दे रहे हैं, हम इसकी पुष्टि करेंगे... लेकिन यह पूरी तरह से पीएम मोदी के खिलाफ आक्षेप से भरा हुआ है और हम इसी पर आपत्ति जता रहे हैं। वे खुले तौर पर पीएम पर आरोप लगा रहे हैं।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अनुसूचित जाति को तो हम हिंदू समझते हैं ना तब उन्हें मंदिर जाने से क्यों रोकते हैं अगर समझते हैं तो उन्हें बराबरी का स्थान क्यों नहीं देते। कई मंत्री दिखावे के लिए उनके घर जाकर खाना खाते हैं और तस्वीर खींचवा कर बताते हैं कि हमने उनके घर खाना खाया है। कई सासंद-मंत्री सिर्फ हिंदू मुस्लिम करते हैं, क्या बात करने के लिए कोई और मुद्दा नहीं है। दूसरी तरफ कोई अनुसूचित जाति के लोग मंदिर जाते हैं तो उन्हें मारते हैं, उनकी सुनवाई नहीं होती है।

First Updated : Wednesday, 08 February 2023