यूक्रेन से युद्ध के बीच भारत को दूसरे एस-400 स्क्वाड्रन की आपूर्ति करेगा रूस
यूक्रेन से युद्ध के बीच भारत को दूसरे एस-400 स्क्वाड्रन की आपूर्ति करेगा रूस
यूक्रेन से चल रहे युद्ध का भारत को रूस से मिलने वाले हथियारों की आपूर्ति पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि रूस इसी महीने भारत को एयर मिसाइल डिफेन्स सिस्टम एस-400 का प्रशिक्षण स्क्वाड्रन देगा। रूस से दूसरे एस-400 स्क्वाड्रन की आपूर्ति जून में की जाएगी। अभी पिछले हफ्ते भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के वाइस चीफ एयर मार्शल संदीप सिंह ने कहा था कि भारत और रूस के रिश्ते पहले से ही ठीक हैं और आगे भी बेहतर रहेंगे। इसलिए 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत स्वदेशी हथियारों के निर्माण में लगने वाले उपकरणों और हथियारों की आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
भारत ने रूस के साथ पांच एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 खरीदने के लिए 5.43 बिलियन डॉलर यानी 40,000 करोड़ रुपये में सौदा किया था। पांच रेजीमेंट (फ्लाइट) में आठ लॉन्चर हैं और हर लॉन्चर में दो मिसाइल हैं। भारत इसके लिए 2019 में 80 करोड़ डॉलर की पहली किश्त का भुगतान भी कर चुका है। रूस और भारत के रक्षा मंत्रियों (defense ministers) ने पिछले साल दिसंबर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Putin) की भारत यात्रा के दौरान 06 दिसम्बर को एस-400 सौदे को अंतिम रूप दिया था। इसके बाद रूस में बने ताकतवर एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 की पहली खेप दिसंबर में ही भारत पहुंच गई थी। यह सिस्टम पंजाब सेक्टर में तैनात किया गया है। यहां से यह पाकिस्तान और चीन दोनों के खतरों से निपट सकता है।
रूस से मिलने वाले बाकी चार एयर मिसाइल डिफेन्स सिस्टम की आपूर्ति 2022 में किये जाने का वादा किया गया था लेकिन 10 दिन पहले यूक्रेन से युद्ध छिड़ने के बाद इनकी आपूर्ति पर संशय के बादल मंडराने लगे उन्होंने माना था कि यूक्रेन से युद्ध शुरू होने पर भारत को इस बात की चिंता जरूर हुई थी लेकिन बाद में रूसी रक्षा मंत्रालय ने भरोसा दिया कि भारत और रूस के रिश्ते पहले से ही ठीक हैं। आगे भी बेहतर रहेंगे, इसलिए 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत स्वदेशी हथियारों के निर्माण में लगने वाले उपकरणों और हथियारों की आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।