केंद्र के भेजे गए प्रस्ताव से नाखुश किसान मोर्चा कल फिर होगा मंथन
केंद्र के भेजे गए प्रस्ताव से नाखुश किसान मोर्चा कल फिर होगा मंथन
तीनों कृषि कानूनों को केंद्र सरकार पहले ही वापस ले चुकी है। जिसके बाद भी किसान अपनी कुछ मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। अब सरकार ने नए सिरे से शुरुआत करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के समक्ष 5 प्रस्ताव भेजे। इन 5 प्रस्तावों में से किसान मोर्चा ने कुछ पर सवाल भी उठाए। जिसके बाद मोर्चा बुधवार को इस पर मंथन करके अपना आखिरी फैसला देगा।
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किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, सरकार द्वारा प्रस्ताव दिया गया था कि सारी बातें मान ली जाएंगी आप उठ जाइए। MSP पर कमेटी बनाएंगे। परंतु कुछ स्पष्ट नहीं है। कल 2 बजे फिर से चर्चा होगी। केस वापसी को लेकर प्रस्ताव है कि केस वापस ले लिए जाएंगे, आप उठ जाइए। लेकिन चिट्ठी पर कौन विश्वास करेगा?
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, आंदोलन में 700 से अधिक किसानों ने जान गंवाई है, जिनके लिए पंजाब सरकार ने 5 लाख रुपये मुआवजा और परिवार में एक को सरकारी नौकरी की बात की है। यही मॉडल केंद्र सरकार को भी लागू करना चाहिए।
किसान मोर्चा ने कहा, जो केस वापस लेने की बात है, उसपर सरकार की तरफ से कहा गया है कि आंदोलन वापस लेने के बाद केस वापस लेने की शुरुआत होगी। हरियाणा में 48,000 लोगों पर मामले दर्ज़ हैं और भी देशभर में मामले दर्ज़ हैं। सरकार को तुरंत मामले वापस लेने की शुरुआत करनी चाहिए।
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