नई संसद के उद्घाटन में विपक्ष के बायकॉट पर बोले अमित शाह- सब अपनी भावना के अनुसार देखेंगे

गृह मंत्री अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि नया संसद भवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता का प्रमाण है।

Saurabh Dwivedi
Saurabh Dwivedi

हाइलाइट

  • नई संसद के उद्घाटन में विपक्ष के बायकॉट पर बोले अमित शाह- सब अपनी भावना के अनुसार देखेंगे

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 28 मई को नई संसद भवन (New Parliament Building) का उद्घाटन करने जा रहे है। वहीं, कांग्रेस सहित 19 विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। बुधवार को एक ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी कर कहा है कि जब लोकतंत्र की आत्मा को संसद से निकाल लिया गया है, तो हमें नई इमारत की कोई कीमत नहीं दिखती।

ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहीं गई ये बात

"जब लोकतंत्र की आत्मा को संसद से चूस लिया गया है, तो हमें एक नई इमारत में कोई मूल्य नहीं मिलता है। हम नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के अपने सामूहिक निर्णय की घोषणा करते हैं। हम - पत्र में, आत्मा में, और लड़ाई जारी रखेंगे।" सार - इस सत्तावादी प्रधान मंत्री और उनकी सरकार के खिलाफ, और हमारा संदेश सीधे भारत के लोगों तक ले जाएं।"

इसी दौरान गृह मंत्री (Amit Shah) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने नई संसद पर विपक्ष के विरोध को लेकर बोले गृह मंत्री अमित शाह कहा कि नया संसद भवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि हमने सभी को बुलाया है। सब अपनी सोचने की क्षमताओं के मुताबिक प्रतिक्रिया देते हैं। 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद का नवनिर्मित भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस नई संचरना को रिकॉर्ड समय में बनाने के लिए करीब 60,000 श्रमयोगियों ने अपना योगदान दिया है। इस अवसर पर पीएम सभी श्रमयोगियों का सम्मान भी करेंगे।

गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, इस अवसर पर एक ऐतिहासिक परंपरा पुनर्जीवित होगी। इसके पीछे युगों से जुड़ी हुई एक परंपरा है। इसे तमिल में सेंगोल कहा जाता है और इसका अर्थ संपदा से संपन्न और ऐतिहासिक है। 14 अगस्त 1947 को एक अनोखी घटना हुई थी। इसके 75 साल बाद आज देश के अधिकांश नागरिकों को इसकी जानकारी नहीं है। सेंगोल ने हमारे इतिहास में एक अहम भूमिका निभाई थी। यह सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था। इसकी जानकारी पीएम मोदी को मिली तो गहन जांच करवाई गई। फिर निर्णय लिया गया कि इसे देश के सामने रखना चाहिए। इसके लिए नए संसद भवन के लोकार्पण के दिन को चुना गया।

calender
24 May 2023, 01:08 PM IST

जरुरी ख़बरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो