बिहार में टीचर भर्ती पेपर लीक मामले का भंडाफोड़, गिरफ्तार किए गए 300 अभ्यार्थी

पटना: पटना सिविल कोर्ट में सारे आरोपियों की पेशी करके जेल भेज दिया गया है, वहीं हजारीबाग के कोहिनूर होटल पर रेड करके 330 अभ्यर्थियों को बिहार लाया गया था.

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पटना: बिहार टीचर भर्ती पेपर लीक मामले का भंड़ाफोड़ कर दिया गया है. खबर मिल रही है कि इसके पीछे सॉल्वर गैंग का हाथ है. जिन्होंने सारे अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपए पास करने के लिए थे. वहीं इन सारे अभ्यर्थियों को झारखंड के हजारीबाग से लाया गया था. इस बात का खुलासा करते हुए पटना पुलिस ने लगभग 300 लोगों को हिरासत में ले लिया है. 

हजारीबाग में चलती थी प्लानिंग

इस पूरे मामले में पाया गाया कि बीते 14 मार्च को जो प्रश्न पत्र बाहर आए थे. वह बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली के लिए बनाया गया था. इतना ही नहीं झारखंड के हजारीबाग में बैठकर इस बात की प्लानिंग की जाती थी. दरअसल इस मामले का खुलासा बिहार की आर्थिक अपराध इकाई, बिहार पुलिस, झारखंड पुलिस के एक साथ किए गए ऑपरेशन के माध्यम से किया गया है.

जबकि हजारीबाग से कुल पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है. साथ ही बिहार के एक वरिष्ठ अधिकारी की गाड़ी को हजारीबाग से जब्त कर लिया गया है. जानकारी मिल रही है कि पेपर को लीक कराने के लिए एक विद्यार्थी से 10 लाख में डील को फाइनल किया गया था. 

लोक सेवा आयोग मामला 

दरअसल पटना पुलिस और झारखंड पुलिस की सहायता से हजारीबाग के कोहिनूर होटल पर रेड करके मौके से लगभग 330 अभ्यर्थी के साथ उसके गैंग के 5 मेंबर को हिरासत में लेकर बिहार लाया गया. वहीं बीते 16 मार्च को पटना सिविल कोर्ट में आरोपियों की पेशी की गई और जेल भेज दिया गया.वहीं पुलिस ने पेपर लीक के आरोपियों के पास से कई अहम दस्तावेज हासिल किए हैं. साथ ही पुलिस को अपराधियों के पास से ऑरिजिनल सर्टिफिकेट, ब्लैंक चेक, 50 मोबाइल, लैपटॉप, प्रिंटर, पेन ड्राइव,  एंट्री कार्ड प्राप्त हुए हैं. इन सारे दस्तावेजों का इस्तेमाल पेपर लीक में किया गया था.

First Updated : Sunday, 17 March 2024