खतरनाक प्लान फेल! बिश्नोई और हैरी बॉक्सर गैंग के 5 शूटर्स गिरफ्तार, दिल्ली में होने वाली थी सनसनीखेज वारदात?
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी को दहलाने वाली एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. दो अलग-अलग ऑपरेशनों में अनमोल बिश्नोई और हैरी बॉक्सर गैंग के पांच खतरनाक शूटर्स को अब तक पकड़ लिया गया.

ई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी को दहलाने वाली एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. दो अलग-अलग ऑपरेशनों में अनमोल बिश्नोई और हैरी बॉक्सर गैंग के पांच खतरनाक शूटर्स को पकड़ा गया. ये शूटर पंजाब और हरियाणा में हुईं तीन बड़ी हत्याओं के आरोपी हैं और दिल्ली में किसी बड़े टारगेट को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे. इनकी गिरफ्तारी से शहर में एक भयंकर गैंगवॉर टल गई.
गिरफ्तार शूटर्स के नाम और रिकॉर्ड
पकड़े गए आरोपियों में पीयूष पिपलानी (28 साल, पंचकूला), अंकुश सोलंकी (23 साल, पंचकूला), कुंवरबीर (30 साल, अमृतसर), लवप्रीत सिंह (26 साल, पंजाब) और संतोख उर्फ कपिल खत्री (29 साल, तरनतारन) शामिल हैं. ये सभी पुराने अपराधी हैं.
पीयूष पर दो हत्याओं का मुख्य आरोप है और छह अन्य मामले दर्ज हैं. अंकुश और कुंवरबीर पर भी गंभीर आरोप हैं, जबकि लवप्रीत हाल ही में जमानत पर बाहर आया था. संतोख लंबे समय से फरार चल रहा था.
इन हत्याओं में थे शामिल
ये शूटर तीन हाई-प्रोफाइल मर्डर केसों से जुड़े हैं जैसे-1 दिसंबर 2025 को चंडीगढ़ में इंदरप्रीत सिंह उर्फ पैरी की हत्या में पीयूष और अंकुश ने गोली चलाई, कुंवरबीर ने गाड़ी भगाई. जून 2025 में पिंजौर में राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी सोनू नोल्टा की हत्या में भी पीयूष और अंकुश शामिल थे. सितंबर 2025 में अमृतसर के लायन बार मालिक अशु महाजन की हत्या का मुख्य आरोपी संतोख था.
पुलिस ने कैसे दबोचा?
स्पेशल सेल को सूचना मिली कि चंडीगढ़ हत्याकांड का एक आरोपी दिल्ली के पहाड़गंज में छिपा है. मोबाइल लोकेशन और खुफिया जानकारी के आधार पर दो ऑपरेशन चलाए गए. पहले ऑपरेशन में रिंग रोड के शांति वन इलाके में घेराबंदी कर कुंवरबीर, लवप्रीत और कपिल को पकड़ा.
पूछताछ में पता चला कि दो और शूटर दिल्ली आ रहे हैं. इसके बाद सराय काले खां बस स्टैंड पर जाल बिछाकर पीयूष और अंकुश को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को इनके पास से चार पिस्टल और कई कारतूस मिले.
दिल्ली में था बड़ा प्लान
पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये शूटर दिल्ली में किसी ऐसे शख्स को मारने आए थे, जिसे गैंग की तरफ से रंगदारी और धमकियां मिल रही थीं. ये बैचों में दिल्ली पहुंच रहे थे. स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी पी.एस. कुशवाहा ने कहा कि इन गिरफ्तारियों से राजधानी में एक बड़ा अपराध रुक गया.
पूछताछ जारी है ताकि गैंग के पूरे नेटवर्क को खत्म किया जा सके. दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई से साफ है कि अपराधियों की हर साजिश पर नजर है. शहरवासियों को बड़ी राहत मिली है.


