भारत ने पाकिस्तान को दिया माकूल जवाब, SI कार्यालय के पास भी हमले
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है, जब पाकिस्तान ने जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के इलाकों पर हमला किया. इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के मेट्रो शहरों पर सशक्त और निर्णायक हमले किए, जिसमें पाकिस्तान के आईएसआई कार्यालय के पास के इलाकों को भी निशाना बनाया गया.

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब चरम पर है. इसकी शुरुआत तब हुई जब पाकिस्तान ने जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के कुछ इलाकों पर हमला किया. इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के प्रमुख मेट्रो शहरों पर तेजी से और सशक्त प्रतिक्रिया दी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आईएसआई दफ्तर के पास के इलाकों को भी निशाना बनाया है. यह संघर्ष 8 मई की शाम को पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ आक्रमण करने के बाद और भी तेज हो गया है.
भारत इस बीच अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भी सक्रिय रूप से जुड़ रहा है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 10 देशों के विदेश मंत्रियों से बातचीत की है और भारत की तरफ से यह संदेश दिया गया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी मजबूती से खड़ा है. विशेष रूप से, भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका से भी बातचीत की है, जिसने दोनों देशों से तनाव को कम करने का आग्रह किया है. अमेरिका ने पाकिस्तान को यह चेतावनी भी दी है कि एशिया क्षेत्र की स्थिरता को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहिए.
भारत-पाकिस्तान की सेना की कार्रवाई
पाकिस्तान द्वारा जम्मू कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में गुरुवार रात को किए गए हमलों के जवाब में भारतीय सेना ने अपनी सटीक कार्यवाही की. भारतीय सेना ने अपने S-400 ग्राउंड-टू-एर्थ मिसाइल डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान द्वारा छोड़े गए सभी मिसाइलों और ड्रोन को नष्ट कर दिया. भारतीय सेना की इस निर्णायक प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान के हमले को विफल कर दिया.
भारत की कूटनीतिक रणनीति
भारत सरकार इस समय कूटनीतिक और सैन्य दोनों मोर्चों पर सक्रिय है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों से भी बात की और आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख को दोहराया. उन्होंने अमेरिका के सहयोग की सराहना की और चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने आगे किसी प्रकार की आक्रामकता दिखाई, तो भारत का जवाब और भी कड़ा होगा.
रक्षा मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक
इस बीच, भारतीय रक्षा मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक आज नई दिल्ली में होने वाली है. इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे, और इसमें भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुख भी शामिल होंगे. बैठक में वर्तमान स्थिति पर चर्चा की जाएगी और भारत के रक्षा मोर्चे पर आवश्यक रणनीतियाँ बनाई जाएंगी.
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भारत की स्थिति
भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य देशों से इस बढ़ते तनाव पर समर्थन की अपील की है. विदेश मंत्री ने अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को दी गई चेतावनी को गंभीरता से लिया है, जो कहता है कि एशिया क्षेत्र की स्थिरता को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहिए. भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान से आने वाली कोई भी आक्रामकता उसे "माकूल जवाब" मिलेगा.