झारखंड में जेएमएम विधायकों बगावत शुरू, महागठबंधन के 37 MLA हैदराबाद पहुंचे
Jharkhand Politics: झारखंड में जेएमएम नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद से सियासत गरमाई हुई है. भले ही चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली हो लेकिन बहुमत अभी भी साबित करना बाकी है.
Jharkhand Politics: झारखंड में जेएमएम नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद से सियासत गरमाई हुई है. भले ही चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली हो लेकिन बहुमत अभी भी साबित करना बाकी है. वहीं, जेएमएम विधायक बगावत शुरू हो गई है. लोबिन हेम्ब्रम ने चंपई सोरेन का विरोध करते हुए कहा कि शिबू सोरेन और हेमन्त सोरेन संथाल परगना से जीत कर गए थे और मुख्यमंत्री बने पर आज ऐसा दिन देखना पड़ रहा है कि कोल्हान से जीते हुए चम्पई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है.
लोबिन हेम्ब्रम ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि क्या संथाल परगना में आदिवासी नेता नही हैं? खुशी की बात होती कि संथाल ने मुख्यमंत्री होता,पर इन्होंने दुखी किया. इसके साथ ही लोबिन हेम्ब्रम ने सत्यानंद भोक्ता को मंत्री बनाए जाने का भी विरोध किया. जेएमएम विधायक ने कहा कि बाहर के लोग जेमम पर कब्जा कर रहे हैं. बोरिया से जेएमएम विधायक लोबिन ने अपने विधानसभा क्षेत्र में ये बयान दिया है.
बता दें कि हेमंत सोरेन को सत्ता की चाबी उनके पिता शिबू सोरेन ने साल 2019 में सौंपी थी. सत्ता के 5 साल पूरे भी नहीं हो पाए थे कि उन्हें कथित जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया.