भाखड़ा का जलस्तर 14 फीट गिरा, इन राज्यों में बिजली-पानी का संकट मंडराने लगा!
गर्मी के मौसम में पहाड़ों से पिघलती बर्फ के कारण भाखड़ा बांध में भी पानी आता है, लेकिन इसकी मात्रा काफी कम रहती है। अब बीबीएमबी इस बात पर भी नजर रख रहा है कि पिघलती बर्फ से आने वाले पानी से बांध का जलस्तर कितना बढ़ता है। इसी प्रकार, पौंग बांध का जलस्तर औसत से नीचे चला गया है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) इस बार मानसून को लेकर आशान्वित है, क्योंकि भाखड़ा के लिए पानी का मुख्य स्रोत वर्षा ही है।

भाखड़ा का जलस्तर गिरा: इस गर्मी में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और चंडीगढ़ में बिजली और पानी का संकट हो सकता है। भाखड़ा बांध का जलस्तर 14 फीट तक गिर गया है, जो चिंता का विषय है। सोमवार को भाखड़ा बांध का जलस्तर 1596.61 फीट दर्ज किया गया। वर्ष 2024 में आज ही के दिन भाखड़ा का जलस्तर 1610.78 फीट था। इसी प्रकार, पौंग बांध का जलस्तर औसत से नीचे चला गया है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) इस बार मानसून को लेकर आशान्वित है, क्योंकि भाखड़ा के लिए पानी का मुख्य स्रोत वर्षा ही है।
पानी की मात्रा काफी कम है
गर्मी के मौसम में पहाड़ों से पिघलती बर्फ के कारण भाखड़ा बांध में भी पानी आता है, लेकिन इसकी मात्रा काफी कम रहती है। अब बीबीएमबी इस बात पर भी नजर रख रहा है कि पिघलती बर्फ से आने वाले पानी से बांध का जलस्तर कितना बढ़ता है। हालाँकि, यहाँ से पानी का प्रवाह भी अप्रैल और मई में ही शुरू होता है।
यह भी लाभदायक था
सोमवार को पौंग बांध का जलस्तर 1308 फीट दर्ज किया गया, जबकि बांध का औसत जलस्तर 1337 फीट है। पिछले साल इसी दिन बांध का जलस्तर 1348.18 फीट दर्ज किया गया था। जल स्तर में कमी से बोर्ड को एकमात्र लाभ यह हुआ है कि अब वह दोनों बांधों की समुचित सफाई करने में सक्षम है।