Raksha Bandhan Shubh Muhurat:2 शुभ योग में बहनों का प्यार… 7 घंटे 37 मिनट तक बंधेगा राखी का अटूट धागा!
Raksha Bandhan Shubh Muhurat:आज रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि और शोभन, दो शुभ योग बन रहे हैं। बिना भद्रा के 7 घंटे 37 मिनट का मुहूर्त है, जिसमें बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।

Raksha Bandhan Shubh Muhurat: आज रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और शोभन योग बन रहे हैं। ज्योतिष के अनुसार ये दोनों योग बहुत ही शुभ माने जाते हैं। इन योगों में किया गया हर काम सफल होता है। आज के दिन राखी बांधना, दान-पुण्य करना और पूजा करना बेहद फलदायी रहेगा। शास्त्रों में कहा गया है कि भद्रा काल में राखी नहीं बांधनी चाहिए। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का कोई साया नहीं है। इसका मतलब यह है कि बहनें पूरे दिल से और बिना किसी डर के भाई को राखी बांध सकती हैं। इससे भाई की उम्र लंबी और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
आज राखी बांधने के दौरान राहुकाल का भी ध्यान रखना होगा। राहुकाल को अशुभ समय माना जाता है। आज राहुकाल सुबह 9:07 बजे से 10:47 बजे तक रहेगा। इस दौरान राखी बांधने से बचना बेहतर होगा, ताकि त्योहार का शुभ असर बना रहे।
कुल 7 घंटे 37 मिनट का मुहूर्त
आज राखी बांधने का कुल शुभ समय 7 घंटे 37 मिनट का है। सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक का समय सबसे अच्छा है। इसमें बहनें अपनी सुविधा के अनुसार भाई को राखी बांध सकती हैं। इस पूरे समय में पूजा और मिठाई का आदान-प्रदान भी किया जा सकता है।
राखी बांधने की सही विधि
सुबह स्नान के बाद पूजा की थाली सजाएं, जिसमें राखी, मिठाई, रोली, चावल और दीपक हो। भाई को उत्तर या पूर्व दिशा की ओर बैठाकर उसके माथे पर तिलक लगाएं, राखी बांधें और मिठाई खिलाएं। इस दौरान भाई के मंगल और लंबी उम्र के लिए मंत्र पढ़ें।
श्रावण पूर्णिमा का महत्व
आज रक्षाबंधन के साथ श्रावण पूर्णिमा का स्नान और दान भी है। इस दिन स्नान, दान और व्रत करने से पाप दूर होते हैं और पुण्य बढ़ता है। बहनों के लिए यह दिन अपने भाई की रक्षा और खुशहाली के लिए खास माना जाता है। रक्षाबंधन सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि भाई-बहन के प्यार और भरोसे का प्रतीक है। यह दिन दोनों को याद दिलाता है कि वे हमेशा एक-दूसरे की रक्षा और साथ निभाने का वादा करते हैं। यही वजह है कि यह पर्व पूरे देश में बड़े उत्साह से मनाया जाता है।


