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कभी सोचा नहीं था कि अंतरिक्ष जाऊंगा... शुभांशु शुक्ला ने सुनाई बचपन की अनकही कहानी

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने बताया कि बचपन में वो संकोची थे और कभी नहीं सोचा था कि अंतरिक्ष की यात्रा करेंगे, लेकिन एक्सिओम-4 मिशन ने उनकी जिंदगी बदल दी.

Shubhashu Shukla: भारतीय वायुसेना के कार्यक्रम में अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने रविवार को अपने जीवन की अनसुनी बातें साझा कीं. उन्होंने कहा कि बचपन में वो बेहद शर्मीले और संकोची थे और युवावस्था तक उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन अंतरिक्ष की यात्रा करेंगे.

शुभांशु शुक्ला ने बताया कि उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा की ऐतिहासिक उड़ान की कहानियां सुनी थीं, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि वही रास्ता उनकी जिंदगी को बदल देगा. हाल ही में संपन्न हुए एक्सिओम-4 मिशन (Axiom-4 Mission) के जरिए वो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बने. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें और गगनयान मिशन के अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को सम्मानित किया.

'शर्मीला बचपन और अनजाना सपना'– शुभांशु शुक्ला

भारतीय वायुसेना के कार्यक्रम में शुभांशु शुक्ला ने कहा कि मैं बचपन में बहुत शर्मीला और संकोची था. युवावस्था तक कभी नहीं सोचा था कि अंतरिक्ष में जाऊंगा. राकेश शर्मा की कहानियां जरूर सुनीं, लेकिन कभी सोचा नहीं था कि वो भी अंतरिक्ष यात्रा कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि एक्सिओम-4 मिशन ने ना केवल उनके जीवन को नई दिशा दी, बल्कि देश के लिए भी गर्व का क्षण बनाया.

गगनयान मिशन के गगनयात्रियों का सम्मान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस कार्यक्रम में शुभांशु शुक्ला सहित 4 गगनयात्रियों को 'रत्न' बताते हुए सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि गगनयान मिशन आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में एक नए अध्याय का प्रतीक है. ये सम्मान समारोह एक्सिओम-4 मिशन की सफलता के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया.

गगनयान मिशन के चार नायक

गगनयान मिशन के लिए चुने गए चार अंतरिक्ष यात्री हैं –

  • ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर

  • ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन

  • ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप

  • विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला

इन चारों के नाम फरवरी 2024 में तिरुवनंतपुरम स्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में घोषित किए गए थे.

2027 में अंतरिक्ष में उड़ान भरेगा गगनयान

प्रधानमंत्री मोदी ने 2018 में गगनयान परियोजना की घोषणा की थी. इस महत्वाकांक्षी मिशन के तहत तीन सदस्यीय दल को 2027 में 400 किलोमीटर की कक्षा में भेजा जाएगा, जहां वे तीन दिनों तक अंतरिक्ष में रहेंगे. यह परियोजना भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं को नई ऊंचाई देने के साथ ही इसे उन चुनिंदा देशों की श्रेणी में शामिल करेगी जिनके पास मानव अंतरिक्ष उड़ान का अनुभव है.

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24 August 2025, 06:06 PM IST

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