महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर नहीं बन पाई बात, अजित पवार और एकनाथ शिंदे गुट के दावों से दबाव में BJP

Loksabha Election: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 5 और 6 मार्च को अपने दो दिवसीय दौरे के लिए महाराष्ट्र आ रहे हैं, और उसी दिन महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी अध्यक्ष अजीत पवार मुंबई में 16 लोकसभा सीटों को लेकर समीक्षा बैठक करने वाले हैं.

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Loksabha Election: देश में आगमी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों के बीच हलचल तेज हो गई है. इस बीच महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन- 'महायुति' के भीतर सीट बंटवारे को लेकर अभी बात नहीं बन पाई हैं. ऐसे में भाजपा पर दबाव बढ़ता दिखाई दे रहा है. बता दें, कि सहयोगी दल राकांपा (अजित पवार खेमा) और शिवसेना (सीएम एकनाथ शिंदे खेमा) लोकसभा चुनाव के लिए अधिक सीटों का दावा कर रहे हैं. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 5 और 6 मार्च को अपने दो दिवसीय दौरे के लिए महाराष्ट्र आ रहे हैं, और उसी दिन महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी अध्यक्ष अजीत पवार मुंबई में 16 लोकसभा सीटों को लेकर समीक्षा बैठक करने वाले हैं. 

बता दें कि अजित पवार खेमे के पास वर्तमान में सिर्फ एक लोकसभा सीट रायगढ़ है जिसका प्रतिनिधित्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे के हाथों में है, जबकि शिरूर, बारामती और सतारा लोकसभा सीट शरद पवार खेमे के पास हैं. चुनाव को लेकर होने वाली इस समीक्षा बैठक में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता और संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के पदाधिकारी शामिल होंगे, यह जानकारी राकांपा अजित पवार खेमे के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय तटकरे ने दी है. 

कैबिनेट मंत्री शंभुराज देसाई की यह दावा 

इस बीच दूसरी ओर, शिवसेना (सीएम शिंदे खेमा) के कैबिनेट मंत्री शंभुराज देसाई ने दावा किया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने 'धनुष और तीर' चुनाव चिह्न पर 22 सीटों पर चुनाव लड़ा था. और आज भी, हमारी पार्टी की आंतरिक चर्चा में, हमारे नेताओं ने लोकसभा चुनाव में सभी 22 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. उन्होंने कहा कि 'हम केंद्रीय संसदीय बोर्ड और राज्य की समन्वय बैठक में अपनी मांगों को रखेंगे. हमारे नेता और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हमारी सहयोगी पार्टियों भाजपा और राकांपा (अजित पवार खेमे) के नेता के साथ हमारी मांगों पर आगे चर्चा करेंगे'.

NCP 10 सीटों चुनाव लड़ने पर अड़ी

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी आगमी चुनाव में कम से कम 10 लोकसभा सीटों (धाराशिव, परभणी, बुलढाणा, गढ़चिरौली, माधा, हिंगोली, बारामती, शिरूर, सतारा और रायगढ़ ) पर चुनाव लड़ने पर अड़ी है. जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना उन 18 सीटों पर अपना दावा ठोका है, जो 2019 के लोकसभा चुनावों में अविभाजित शिवसेना ने जीती थीं. बता दें कि, माढ़ा, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, मावल, शिरूर, रायगढ़, मुंबई उत्तर पश्चिम, पालघर, संभाजी नगर, परभणी, यवतमाल, शिरडी और गढ़चिरौली जैसी कई सीटें हैं,  अब जो भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के लिए विवाद का कारण बनी हुई हैं.

ऐसे में राकांपा के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष रामराजे निंबालकर ने माढ़ा लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का दावा किया है, जबकि 2019 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए रंजीत नाइक निंबालकर वर्तमान में इसी सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इस दौरान रामराजे निंबालकर ने कहा, 'हमने एनसीपी के लिए माढ़ा सीट की समीक्षा के लिए स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक बुलाई है. मांग करने में कुछ भी गलत नहीं है. हालांकि, हमारी पार्टी के अध्यक्ष अजीत पवार सहयोगियों के साथ आगे चर्चा करेंगे'.

महाराष्ट्र में BJPने की  'मिशन 45 प्लस'की घोषणा 

इस दौरान  बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि हर पार्टी को अपनी सीटों पर दावा करने का अधिकार है. लेकिन अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा के बाद जीत की कसौटी पर लिया जाएगा. इस बीच लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के 195 उम्मीदवारों पहली सूची में महाराष्ट्र की एक भी सीट को शामिल नहीं किया गया है. शायद सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारा फाइनल नहीं होने की वजह से  बीजेपी ने महाराष्ट्र को अपनी पहली सूची का हिस्सा नहीं बनाया. बता दें कि लोकसभा सीटों के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र दूसरा सबसे बड़ा राज्य है. भाजपा ने पहले ही राज्य की कुल 48 सीटों में से 'मिशन 45 प्लस' की घोषणा कर दी है. 

First Updated : Monday, 04 March 2024