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एक्सटॉर्शन गैंग्स पर कनाडा की सख्त कार्रवाई, कारोबारियों को निशाना बनाने वाले 3 अपराधी डिपोर्ट

कनाडा में भारतीय मूल के व्यवसायियों को निशाना बनाने वाले उगाही गिरोहों के खिलाफ सरकार ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है. यह कदम नई गठित बीसी एक्सटॉर्शन टास्क फोर्स की सिफारिश पर उठाया गया.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

कनाडा में भारतीय मूल के व्यवसायियों को निशाना बनाने वाले उगाही (एक्सटॉर्शन) गिरोहों के खिलाफ सरकार ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है. कनाडा बॉर्डर सिक्योरिटी एजेंसी (CBSA) ने ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में संगठित अपराध से जुड़े तीन विदेशी नागरिकों को देश से निष्कासित कर दिया है.

यह कदम नई गठित बीसी एक्सटॉर्शन टास्क फोर्स की सिफारिश पर उठाया गया, जो रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस, स्थानीय पुलिस और CBSA के संयुक्त अभियान के तहत काम कर रही है.

डिपोर्ट किए गए लोगों की पहचान का खुलासा नहीं 

CBSA के अनुसार, निष्कासित किए गए ये तीनों व्यक्ति उगाही, फायरिंग और हिंसक घटनाओं में शामिल थे. इनका मुख्य निशाना लोअर मेनलैंड क्षेत्र में रहने वाले पंजाबी मूल के व्यापारी थे. एजेंसी ने खुलासा किया कि ऐसे करीब 78 विदेशी नागरिकों की पहचान और जांच जारी है, जो संगठित अपराध से जुड़े होने के संदेह में हैं. इनमें से कई लोगों को जल्द ही नो-एंट्री लिस्ट में डालकर कनाडा में प्रवेश पर प्रतिबंधित किया जा सकता है. हालांकि, सुरक्षा कारणों से डिपोर्ट किए गए लोगों की पहचान और राष्ट्रीयता का खुलासा नहीं किया गया है.

इस साल ब्रिटिश कोलंबिया में उगाही के मामलों में तेज़ी से वृद्धि दर्ज की गई है. सरे पुलिस के मुताबिक, 2025 में अब तक शहर में 65 एक्सटॉर्शन केस सामने आए हैं, जिनमें से 35 मामलों में गोलीबारी हुई. अपराधी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर क्रिप्टोकरेंसी के रूप में रकम मांगते हैं और विरोध होने पर धमकियां या हिंसा का सहारा लेते हैं. जांच में यह भी सामने आया है कि इन वारदातों के पीछे कई भारतीय गैंग्स का हाथ है, जिनमें लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बरार और रोहित गोदारा के नेटवर्क शामिल बताए जाते हैं.

लॉरेंस बिश्नोई गिरोह, विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित

कनाडा सरकार ने हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था, लेकिन उसके सदस्य अब भी आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हैं. खासकर ओंटारियो और ब्रैम्पटन जैसे इलाकों में, जहां बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी रहते हैं, इन गैंग्स की दहशत बढ़ी है. हाल ही में एबॉट्सफोर्ड में पंजाबी मूल के कारोबारी दर्शन सिंह सासी की हत्या के बाद हालात और बिगड़े, जिसकी जिम्मेदारी बिश्नोई गैंग ने खुद ली थी. वहीं, सरे में कॉमेडियन कपिल शर्मा के रेस्तरां पर भी फायरिंग की घटना ने प्रवासी समुदाय में भय का माहौल बना दिया.

सितंबर 2025 में गठित बीसी एक्सटॉर्शन टास्क फोर्स में 40 अधिकारी शामिल हैं. यह इकाई अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क को तोड़ने के लिए इंटेलिजेंस शेयरिंग और संयुक्त कार्रवाई पर ध्यान दे रही है. कनाडा की पब्लिक सेफ्टी मंत्री नीना क्राइगर ने सख्त संदेश देते हुए कहा, “जो लोग हिंसा और उगाही के जरिए समाज में डर फैलाते हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और यदि वे कनाडाई नागरिक नहीं हैं, तो उन्हें देश से बाहर निकाल दिया जाएगा.”

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08 November 2025, 11:40 PM IST

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