Electoral Bonds: क्या पाक कंपनी ने भी दिया चंदा? सोशल मीडिया में क्यों वायरल हुई HUB

Electoral Bonds: सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी कंपनी होने के दावे के साथ वायरल हो रही है.इसमें दावा किया जा रहा है कि इस कंपनी ने भारते की राजनीतिक पार्टियों को चंदा दिया है. आईये जानते हैं इस दावे में कितनी सच्चाई है.

JBT Desk
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Electoral Bonds: भारत-पाकिस्तान के रिश्ते तो जग जाहिर हैं, हर समय दुश्मन देश... दुश्मन देश कहने वाले हमारे देश को उसी दुश्मन देश से इलेक्शन में फंडिग की गई है. ये बात हम नहीं कह रहे बल्कि चुनावी बांड की जो डिटेल्स सामने आई हैं उससे पता चला है. दरअसल, डिटेल्स के सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की इस कंपनी को लेकर कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं.  

जो पोस्ट वायरल हो रहे हैं उसमें एक लिस्ट दी गई है जिसमें कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 12 मार्च को चुनाव आयोग के साथ विवरण साझा किया था. चुनावी बांड के विवरण पर नजर डालने पर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. ब्यौरा खंगालने पर पता चला कि कंगाल पाकिस्तान की एक बिजली कंपनी ने भी भारतीय राजनीतिक दलों को चंदा दिया है.

हब पावर कंपनी लिमिडेट

2019 के चुनावों में भारतीय पार्टियों को चंदा देने वाली कंपनी में पाकिस्तान की हब पावर कंपनी लिमिडेट का भी नाम शामिल है. ये कंपनी पाकिस्तान की सबसे बड़ी पावर बनाने वाली कंपनी है. चुनाव आयोग ने जो जानकारी दी उसमें इस कंपनी के चंदा देने की बात सामने आई है. दी गई जानकारी में बताया गया कि हब पावर ने 18 अप्रैल 2019 को करीब 95 लाख रुपये का चंदा भारतीय रजनीतिक पार्टियों को दिया है. 

किस पार्टी को किया फंड?

सोशल मीडिया पर तमाम तरह के क्लेम दिए गए हैं, जिसमें कहा गया कि पाकिस्तान से पैसा लिया गया, लेकिन ये पैसा कंपनी ने किस पार्टी को दिया है इस बात का खुलासा नहीं हुआ है. 

आपको बता दें कि जब हमने इसे गूगल पर जाकर सर्च किया तो पता चला कि ये कंपनी पाकिस्तान की नहीं बल्कि दिल्ली की है. कई लोग दावा कर रहे हैं कि 'हब पावर कंपनी' पाकिस्तान में पंजीकृत कंपनी है, जबकि ये दिल्ली स्थित एक कंपनी है.

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15 March 2024, 09:21 AM IST

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