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इंकलाब मंच ने यूनुस सरकार को ठहराया नाकारा: हादी हत्याकांड के खुलासे के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम, आज होगा बड़ा प्रदर्शन?

बांग्लादेश में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या से सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है. इंकिलाब मंच ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर जोरदार हमला बोला है, इसे पूरी तरह नाकाम करार देते हुए कहा कि लाखों समर्थकों की आवाज के बावजूद उनकी कोई मांग पूरी नहीं हुई.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

नई दिल्ली: बांग्लादेश में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद सियासी तनाव और गहराता जा रहा है. इस हत्याकांड को लेकर इंकिलाब मंच ने अंतरिम सरकार और मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस पर सीधे गंभीर आरोप लगाए हैं. मंच का कहना है कि भारी जनसमर्थन और एक लाख से अधिक लोगों की भागीदारी के बावजूद उनकी मांगों पर सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

इंकिलाब मंच का आरोप है कि हादी की हत्या जैसे संवेदनशील मुद्दे पर सरकार का रवैया उदासीन रहा है. मंच ने दावा किया कि जिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृह मामलों के सलाहकार और उप-गृह सलाहकार मौजूद थे, वहां भी न तो हत्याकांड पर स्पष्ट जवाब मिला और न ही दो-सूत्रीय मांग पत्र पर कोई ठोस आश्वासन दिया गया.

अंतरिम सरकार पर सीधे आरोप

इंकिलाब मंच ने कहा कि अब तक न तो ‘शेख हसीना के एजेंट’ बताए जा रहे लोगों की गिरफ्तारी हुई है और न ही यूनुस सरकार सिविल व मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसियों पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर सकी है. मंच का आरोप है कि सरकार ने हत्या जैसे गंभीर मामले को हल्के में लेते हुए एक अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक से बयान दिलवाकर इसे ‘मामूली घटना’ की तरह पेश किया.

प्रेस कॉन्फ्रेंस का ऐलान

इन्हीं आरोपों के बीच इंकिलाब मंच ने 22 दिसंबर, सोमवार को शाहबाग स्थित शहीद हादी स्क्वायर में दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाने की घोषणा की है. मंच का कहना है कि इस दौरान आगे की रणनीति और नए कदमों का ऐलान किया जाएगा, जो अंतरिम सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं.

पुलिस ने दावों को किया खारिज

हादी हत्याकांड के बाद कई छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों ने यह दावा करते हुए प्रदर्शन किए कि आरोपी भारत भाग गए हैं और इसी मांग को लेकर भारतीय उच्चायोग की ओर मार्च भी किया गया. हालांकि बांग्लादेश पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.

रविवार को पुलिस मुख्यालय में हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक खोंदकर रफीकुल इस्लाम ने कहा कि संदिग्ध शूटर फैसल करीम मसूद के देश छोड़ने की कोई पुख्ता पुष्टि नहीं है. उन्होंने बताया कि पुलिस, RAB और BGB लगातार जांच में जुटी हैं, लेकिन फिलहाल आरोपी की अंतिम लोकेशन को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं है.

जमात-ए-इस्लामी ने दिया समर्थन

इस बीच बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी भी इंकिलाब मंच के 24 घंटे के अल्टीमेटम के समर्थन में उतर आई है. पार्टी के महासचिव मिया गोलाम परवर ने सवाल उठाया कि यदि हत्यारे वास्तव में देश से भागे हैं, तो महज छह घंटे में यह कैसे संभव हुआ और इसमें खुफिया एजेंसियों की भूमिका क्या रही.

एक प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए परवर ने हादी को ‘साहसी क्रांतिकारी’ बताया और कहा कि उनकी साफ छवि और जनसमर्थन ने पूरे देश को झकझोर दिया है. उन्होंने मांग की कि हत्यारों पर तत्काल कानूनी कार्रवाई हो और हादी के सपने का न्यायपूर्ण, संप्रभु और उत्पीड़न-मुक्त बांग्लादेश बनाया जाए. हादी के बड़े भाई ओमर बिन हादी ने भी लोगों से उनके अधूरे क्रांतिकारी मिशन को आगे बढ़ाने की अपील की.

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22 December 2025, 08:55 AM IST

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