ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर ढेर!, बहावलपुर का गढ़ तबाह
पाकिस्तान ने इन क्षेत्रों में 9 ठिकानों पर भारतीय हमलों की पुष्टि की है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक इस सैन्य कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के आतंकवादी ढांचे को पूरी तरह ध्वस्त करना था. ये वही समूह हैं जो पिछले 30 वर्षों से भारत में कई बड़े आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं. सूत्रों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि इस हमले में कुख्यात आतंकी सरगना मसूद अजहर के मारे जाने की आशंका है.

भारत ने 7 मई की रात को आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक सैन्य कार्रवाई की. यह कार्रवाई उस दर्दनाक हमले का जवाब थी, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में कई निर्दोष लोगों की जान गई थी. इस ऑपरेशन का सबसे अहम निशाना बना पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का ट्रेनिंग सेंटर, जिसे कुख्यात आतंकी मसूद अजहर ने खड़ा किया था.
आतंकी बुनियादी ढांचा नष्ट
भारतीय सेना ने बहावलपुर, कोटली और मुरीदके जैसे इलाकों में आतंकी बुनियादी ढांचे को नष्ट किया. बहावलपुर की जिस मस्जिद को टारगेट किया गया, वह जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह है. 18 एकड़ में फैला एक विशाल परिसर, जो लंबे समय से जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र रहा है. यहीं से आतंकवादियों की भर्ती, ट्रेनिंग और कट्टरपंथी विचारधारा का प्रचार-प्रसार होता था. रिपोर्टों के अनुसार, मसूद अजहर इसी परिसर में छिपा हुआ था और आशंका है कि वह इस हमले में मारा गया है. हालांकि अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
बहावलपुर का आतंकवाद से गहरा रिश्ता है. यह न सिर्फ मसूद अजहर का गृहनगर है, बल्कि यहां उसका स्थायी ठिकाना भी मौजूद था. पिछले कई महीनों से छिपा मसूद अजहर हाल ही में यहां दिखाई दिया था और सेना को उसी स्थान की खुफिया जानकारी RAW ने उपलब्ध कराई थी.
ऑपरेशन सिंदूर का मुख्य उद्देश्य
ऑपरेशन सिंदूर का मुख्य उद्देश्य जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों की आतंकी संरचना को ध्वस्त करना था. पाकिस्तान ने 9 ठिकानों पर हमले की पुष्टि की है. इस कार्रवाई ने साफ कर दिया कि भारत अब आतंकवाद के प्रति पूरी तरह से असहिष्णु है और हर हमले का जवाब ठोस रणनीति और सटीक ताकत से दिया जाएगा.