नेपाल से बेनिन तक सत्ता का उलटफेर: 2025 बना दुनिया में तख्तापलट और सरकार गिरने का साल
साल 2025 में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में राजनीतिक अस्थिरता, जन आंदोलन, सत्ता संघर्ष और सैन्य हस्तक्षेप देखने को मिले. नतीजतन, कई देशों में सरकारें अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले ही गिर गईं या फिर राष्ट्राध्यक्षों और प्रधानमंत्रियों को पद छोड़ना पड़ा.

साल 2025 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है और यदि वैश्विक राजनीति के नजरिए से देखा जाए, तो यह वर्ष कई देशों के लिए बेहद उथल-पुथल भरा साबित हुआ. दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में राजनीतिक अस्थिरता, जन आंदोलन, सत्ता संघर्ष और सैन्य हस्तक्षेप देखने को मिले. नतीजतन, कई देशों में सरकारें अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले ही गिर गईं या फिर राष्ट्राध्यक्षों और प्रधानमंत्रियों को पद छोड़ना पड़ा.
नेपाल
इस सूची में सबसे पहले नेपाल का नाम आता है, जहां इस साल राजनीतिक हालात बेहद तनावपूर्ण रहे. देश में फैले भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ युवाओं ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू किए. देखते ही देखते यह आंदोलन हिंसक हो गया और कई इलाकों में आगजनी व तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं. हालात इतने बिगड़ गए कि तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार को दबाव में आकर सत्ता छोड़नी पड़ी. नेपाल लंबे समय से राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है और बीते करीब 17 वर्षों में कोई भी सरकार अपना पूरा कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी है.
पुर्तगाल
यूरोपीय देश पुर्तगाल में भी राजनीतिक संकट गहराया. प्रधानमंत्री लुईस मोंटेनग्रो के नेतृत्व वाली दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार संसद में विश्वास मत हासिल करने में असफल रही. विपक्ष के समर्थन न मिलने के कारण प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद राष्ट्रपति ने संसद भंग कर दी और मई 2025 में देश में दोबारा आम चुनाव कराए गए.
बेनिन
पश्चिम अफ्रीकी देश बेनिन में 2025 में हालात और भी गंभीर हो गए, जब वहां सैन्य तख्तापलट की घोषणा की गई. दिसंबर महीने में कुछ सैन्य गुटों ने खुद को ‘मिलिट्री कमेटी फॉर रिफाउंडेशन’ बताते हुए सत्ता पर कब्जे का दावा किया. सरकारी टेलीविजन पर उन्होंने राष्ट्रपति पैट्रिस टैलोन को पद से हटाने की घोषणा की. यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ, जब देश राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी कर रहा था और टैलोन का कार्यकाल समाप्ति की ओर था.
जर्मनी
जर्मनी में चांसलर ओलाफ शोल्ज की गठबंधन सरकार को भी सत्ता गंवानी पड़ी. संसद में बहुमत खोने के बाद सरकार विश्वास प्रस्ताव पारित नहीं करा सकी. 2021 में बनी इस गठबंधन सरकार में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी, ग्रीन पार्टी और फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी शामिल थीं. 2024 के अंत से ही गठबंधन के भीतर मतभेद उभरने लगे थे, जो 2025 में खुलकर सामने आ गए और सरकार गिर गई.
जापान
एशिया में जापान भी इस राजनीतिक बदलाव से अछूता नहीं रहा. जुलाई में हुए निचले सदन के चुनाव में सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. इसकी जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री शिगेरु इशीबा ने इस्तीफा दे दिया. बाद में पार्टी ने साने ताकाइची को नया प्रधानमंत्री चुना.
कुल मिलाकर, 2025 का साल वैश्विक राजनीति में अस्थिरता, सत्ता परिवर्तन और जन असंतोष के लिए याद किया जाएगा.


