जाने जोड़ो के दर्द से कैसे पाए छुटकारा....
जोड़ों का दर्द हमारे देश में फैलने वाली एक बड़ी बीमारी बन चुकी है हालांकि इसके कई कारण होते हैं लेकिन जिस तेजी से जोड़ों के दर्द की समस्या देश में विकृत रूप धारण कर रही है उसको देखकर कहा जा सकता है कि हमें विशेष स्वास्थ्य नीति बनाकर इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यतका हैं।
जोड़ों का दर्द हमारे देश में फैलने वाली एक बड़ी बीमारी बन चुकी है हालांकि इसके कई कारण होते हैं लेकिन जिस तेजी से जोड़ों के दर्द की समस्या देश में विकृत रूप धारण कर रही है उसको देखकर कहा जा सकता है कि हमें विशेष स्वास्थ्य नीति बनाकर इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
जोड़ो में दर्द के कई कारण हो सकते है जैसे बहुत अधिक काम करना, वायरस से होने वाला बुखार, कमज़ोरी, कुपोषण या किसी विशेष मुद्रा में बैठे रहने से थकान, संक्रमण, चोट,मोच, प्रतिरक्षित तंत्र की खराबी, ऐलर्जी संबंधी (दवाओ) से, बढती उम्र और विकृत बीमारीयो के कारण हो सकता है। ज़रूरी नहीं की ऐसा हर दर्द गठिया हो। हम अपने आसपास देखें तो कई ऐसे लोग मिल जाते हैं जो विभिन्न प्रकार के समस्याओं से ग्रस्त हो लेकिन जब कोई बुजुर्ग घुटनों पर हाथ रखकर उठते हुए दर्द से कराह जाता है तब निश्चित रूप से हमें इस बात का एहसास होता है कि काश इस समस्या का कोई सटीक और परमानेंट इलाज हो जाए। जिससे बुजुर्गों को बुढ़ापे में इतनी तकलीफ ना झेलनी पड़े, हालांकि शरीर में विटामिंन और कैल्शियम की मात्रा को बैलेंस रखकर हम जोड़ों के दर्द से काफी हद तक मुक्ति पा सकते हैं या इस समस्या को अपने से दूर रख सकते हैं लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाता। भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने लिए इतना समय ही नहीं मिलता कि इतनी बारीकी से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा सके और धीरे धीरे उम्र रेत की तरह हाथ से फिसलती जाती है और हम बढ़ती उम्र के साथ बुजुर्ग की ओर बढ़ते चले जाते हैं।
जोड़ों के दर्द के लिए हमें इस समस्या का पूरा विश्लेषण करना होगा। साथ ही किसी स्पेशलिस्ट डॉक्टर से भी सलाह के साथ अपनी जीवन शैली में बदलाव लाने होंगे जहां व्यायाम और संतुलित आहार बेहद आवश्यक है। वैसे बताया जाता है कि विटामिन बी-12 की कमी से जॉइंट्स और लोअर बैक पेन बढ़ रहा है। इसके बारे में अवेयरनैस नहीं होने के कारण नजरअंदाज किया जा रहा है। जबकि आजकल डाइट में पर्याप्त मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट और हरी सब्जियां शामिल नहीं करने की वजह से इस विटामिन की कमी हो रही है।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बेहतर दिनचर्या थोड़ी सी प्लानिंग और संतुलित आहार के जरिए हम जोड़ों का दर्द सहित कई ऐसी बीमारियों को अपने से दूर रख सकते हैं जो कि आगे चलकर बेहद घातक साबित होती हैं।