क्या आप जानती है चांदी के आभूषण धारण करने का महत्व
महिलाओं द्वारा चांदी के आभूषण धारण किए जाते है। जैसे चांदी की बिछिया मंगलसूत्र या फिर पायजेब..। लेकिन अधिकांश महिलाओं का न तो चांदी का महत्व मालूम होता है और न ही आभूषण धारण करने का ज्योतिषीय दृष्टि से महत्व ही मालूम होता है।
महिलाओं द्वारा चांदी के आभूषण धारण किए जाते है। जैसे चांदी की बिछिया मंगलसूत्र या फिर पायजेब..। लेकिन अधिकांश महिलाओं का न तो चांदी का महत्व मालूम होता है और न ही आभूषण धारण करने का ज्योतिषीय दृष्टि से महत्व ही मालूम होता है। तो जानिए चांदी धारण करने से क्या फायदा होता है और वह भी ज्योतिषीय दृष्टि से...
चांदी को शुद्ध और पवित्र धातु माना जाता है। यही कारण होता है कि भगवान के मंदिरों में चांदी के पात्रों का उपयोग ही अधिकतर किया जाता है। माता लक्ष्मी, कुबेर आदि देवताओं की भी मूर्तियां चांदी से ही निर्मित होती है और पूजा करने से लाभ मिलता है। ज्योतिषियों के अनुसार चांदी शुक्र ग्रह की प्रतीक होती है। इसलिए चांदी के आभूषण धारण करने से महिलाओं को ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। चांदी से महिलाओं को मन और मस्तिष्क मजबूत बना रहता है और आत्मबल की भी बढ़ोतरी होती है।
यही कारण रहता है कि महिलाएं परिवार को संबल देने का काम करती रहती है। अघिकांश महिलाओं को यह जानकारी नहीं होगी कि चांदी की पायल या पायजेब पहनने से शारीरिक पीड़ा कम होती है और हड्डियों को भी मजबूत करने में चांदी की पायल मददगार होती है। विशेषकर पैरों की हड्डियां मजबूत होती है और थकान भी कम ही आती है। इसका उदाहरण महिलाओं को सुबह से लेकर रात तक घर का काम करने के रूप में सामने आता है। चांदी से बनी कान की बाली पहनने से राहु और केतु जैसे ग्रह शांत बने रहते है।