अगर आप अपने जीवन में लाना चाहते है बदलाव तो, ये करे उपाय
रोजाना अपने घर या प्रतिष्ठान में सुबह-शाम कर्पूर जलाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा का विस्तार होता है और नकारात्मकता दूर होती है। प्रतिदिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर तांबे के लोटे में पानी भरकर और इसमें शक्कर मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
अगर आप सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण हैं तो उन्नति के मार्ग स्वयं बनने लगते हैं। सकारात्मक ऊर्जा हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाती है। वास्तु में बताए गए इन आसान से उपायों का ध्यान रखें तो जीवन में आने वाली तमाम परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।
जानिए क्या करना है उपाय
रोजाना अपने घर या प्रतिष्ठान में सुबह-शाम कर्पूर जलाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा का विस्तार होता है और नकारात्मकता दूर होती है। प्रतिदिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर तांबे के लोटे में पानी भरकर और इसमें शक्कर मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। ऐसा करने से भाग्य चमक उठता है और सकारात्मकता का आगमन होता है। प्रतिदिन पशुओं को भोजन कराएं। पीपल, बरगद, नीम और केले की जड़ में नित्य प्रति जल अर्पित करें। चींटी, पक्षी, गाय, कुत्ता, कौवा आदि के लिए अन्न-जल की व्यवस्था अवश्य करें। घर से निकलने से पहले माथे पर चंदन या केसर का तिलक लगाएं। अगर हर कार्य में बाधा उत्पन्न होने लगे तो अपने घर की सीढ़ियों, द्वार अथवा रसोई में एक-एक कर्पूर की बट्टी रख दें। ऐसा करने से वास्तु दोष का दुष्प्रभाव कम होने लगता है। अपने पर्स में शनि यंत्र रख सकते हैं या इसे गले में धारण कर सकते हैं। बुधवार के दिन कन्याओं को हरे वस्त्र या हरी चूड़ियों का दान करें। सदैव हनुमान जी का स्मरण करते रहें ऐसा करने से हर बाधा दूर हो जाएगी। किसी विशेष अवसर पर या त्योहार पर शिक्षक या मंदिर के पुजारी को पीला वस्त्र, धार्मिक पुस्तक, पीले खाद्य पदार्थ दान करें। किसी भी नए कार्य को आरंभ करने से पहले भगवान श्रीगणेश की स्तुति करें। पीली सरसों के तेल में हल्दी मिलाएं और उस तेल का दीपक घर में जलाएं। ऐसा करने से शत्रु बाधा दूर होती है। घर में क्लेश रहता है तो पीली सरसों में गुड़, शहद, गाय का घी, चंदन, गूग्गल मिलाकर हवन करें। ऐसा करने से सुख-शांति का वास हो जाता है।