गरूड़ पुराण में भी बताए गए है सुखी जीवन के उपाय
गरूड़ पुराण में केवल जीवन या फिर मौत होने के बाद की जानकारी ही प्रमुखता के साथ नहीं दी गई है बल्कि ऐसे उपाय भी बताए गए है जिन्हें अपनाने के बाद हमारा जीवन सुखी हो सकता है। जिस तरह से अन्य पुराणों का महत्व सनातन धर्म में है उसी तरह से गरूड़ पुराण का भी विशेष महत्व है और इसे महापुराण का दर्जा दिया गया है।
गरूड़ पुराण में केवल जीवन या फिर मौत होने के बाद की जानकारी ही प्रमुखता के साथ नहीं दी गई है बल्कि ऐसे उपाय भी बताए गए है जिन्हें अपनाने के बाद हमारा जीवन सुखी हो सकता है। जिस तरह से अन्य पुराणों का महत्व सनातन धर्म में है उसी तरह से गरूड़ पुराण का भी विशेष महत्व है और इसे महापुराण का दर्जा दिया गया है।
गरूड़ पुराण में जो तरीके सुखी जीवन के लिए बताए गए है वे सरल तो है ही वहीं कई बार इनसे हम जानबुझकर भी दूरी बनाने का प्रयास करते है। रोजमर्रा के जीवन में इन उपायों को आजमाना चाहिए। इस पुराण में यह बताया गया है कि हमें कभी भी गंदे कपड़े नहीं पहनना चाहिए। ऐसा करने से लक्ष्मी दूर रहती है।
लक्ष्मी उन्हीं लोगों पर अपनी कृपा बनाए रखती है जो हर दिन साफ सुथरे रहते है। इसी तरह से कई बार यह देखने में आता है कि रात के समय महिलाएं किचन में ही जूठे बर्तन छोड़ देती है। गरूड़ पुराण में इस बात का उल्लेख मिलता है कि जहां ऐसा काम होता है वहां बरकत नहीं होती है और आर्थिक रूप से समस्याएं सामने आती रहती है। इसलिए सोने के पहले जूठे बर्तनों को साफ करना ही चाहिए। कई लोग सुबह जल्दी उठने में आलसीपन करते है, ऐसा करने से भी घर में दरिद्रता आती है।