Delhi: स्ट्रीट वेंडर्स का अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सैकड़ों रेहड़ी-पटरी वालों ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) कार्यालय के बाहर अपने व्यवसायों के गैरकानूनी बेदखली में भारी वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया।
रिपोर्ट। मुस्कान
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सैकड़ों रेहड़ी-पटरी वालों ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) कार्यालय के बाहर अपने व्यवसायों के गैरकानूनी बेदखली में भारी वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया।
विक्रेताओं के अनुसार, एमसीडी ने इस साल के अंत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले अपने अतिक्रमण विरोधी प्रयासों को बढ़ा दिया है। विक्रेताओं ने एमसीडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और और मांग की कि उन्हें अपना व्यवसाय चलाने के लिए समर्पित, वैकल्पिक स्थान प्रदान किया जाना चाहिए।
स्ट्रीट वेंडर मोहम्मद इमरान खान ने कहा कि लगाए गए प्रतिबंधों के कारण उन्हें और अन्य लोगों को अपने व्यवसाय के संचालन में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। आवश्यक कागजी कार्रवाई होने के बावजूद, विक्रेताओं को अपना सामान बेचने के लिए कोई वैकल्पिक साइट उपलब्ध कराए बिना अपना स्थान छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
एक अन्य स्ट्रीट वेंडर संतोष ने कहा कि उन्होंने हमें अतिक्रमणकारी कहा लेकिन हम नहीं हैं। वे हमारे प्रति इतने क्रूर कैसे हो सकते हैं? कोई भी हमारी बात नहीं सुन रहा है। वेंडरों का आरोप है कि एमसीडी के अत्याचारों के चलते वो पिछले साल से अपना कारोबार नहीं चला पा रहे हैं।
संतोष ने कहा कि दिल्ली में लगभग पांच लाख स्ट्रीट वेंडर हैं और उन सभी को कोविड के कारण नुकसान का सामना करना पड़ा है। अब जब चीजें बेहतर हो गई हैं एमसीडी हमें हटा रही है।