गुजरात के राजकोट में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.3
देश में आए दिन भूकंप की घटनाएं सामने आ रही है। रोजाना कहीं ना कहीं भूंकप के झटके महसूस किए जाते हैं गुजरात के राजकोट में रविवार यानी आज के दिन दोपहर 3 बजकर 21 मिनट पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केद्र NCS ने इसकी जानकारी दी।
देश में आए दिन भूकंप की घटनाएं सामने आ रही है। रोजाना कहीं ना कहीं भूंकप के झटके महसूस किए जाते हैं गुजरात के राजकोट में रविवार यानी आज के दिन दोपहर 3 बजकर 21 मिनट पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केद्र NCS ने इसकी जानकारी दी। राजकोट के उत्तर पश्चिम में करीब 270 किलोमीटर की दूरी पर दोपहर भूकंप के झटके मबसूस किए गए। फिलहाल किसी को किसी प्रकार का हानि होने की सूचना नहीं है। पिछले हफ्ते गुजरात के अमरेली जिले में दो दिनों में भूकंप के तीन महसूस किए गए थे।
रिक्टर पैमाने पर 4.3 की तीव्रता वाला भूकंप गुजरात के राजकोट से 270 किमी उत्तर-उत्तर पश्चिम में आज दोपहर 3:21 बजे आया: राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र pic.twitter.com/UrcVP9iePc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 26, 2023
22 फरवरी को दिल्ली-एनसीआर में कांपी धरती
बुधवार 22 फरवरी को दोपहर दिल्ली-एनसीआर में भूंकप के झटके लगे। रिक्टल स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था। बता दें कि नेपाल के जुमला से 69 किलोमीटर दूर इसका केंद्र था। मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में आए इस भूंकप से जान-माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
11 फरवरी को गुजरात के सूरत में भूकंप के झटके
गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (GSDMA) के मुताबिक राज्य में साल 1819, 1845, 1847, 1848, 1864, 1903, 1938, 1956 और 2001 में भूकंप की बड़ी घटनाएं देखी गई थी। बता दें कि 2001 का गुजरात भूकंप, जिसे भुज भूकंप के नाम से भी जाना जाता है, 26 जनवरी 2001, भारत के 51 वें गणतंत्र दिवस, की सुबह 08:46 बजे हुआ और 2 मिनट से अधिक समय तक चला।
इसका केंद्र भारत के गुजरात के कच्छ जिले के भचाऊ तालुका में चबारी गांव के लगभग 9 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में था। गुजरात में साल 2001 में आए भूकंप के कारण कच्छ और भुज में 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा इस भूकंप के कारण डेढ़ लाख से ज्यादा लोग जख्मी हुए और करीब 4 लाख मकान जमींदोज हो गए थे।