झारखंडः दो जगहों पर जबरन बीफ खिलाने की घटना से बवाल, हिंदू संगठनों जताई आपत्ति
झारखंड में लोगों को जबरन बीफ खिलाने और विरोध करने पर मारपीट करने की दो घटनाएं सामने आई है। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हिंदू संगठनों ने इन मामलों पर आपत्ति जताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की।
झारखंड में लोगों को जबरन बीफ खिलाने और विरोध करने पर मारपीट करने की दो घटनाएं सामने आई है। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हिंदू संगठनों ने इन मामलों पर आपत्ति जताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की।
पहला मामला हजारीबाग जिले के बरही थानाक्षेत्र बरियठ बिरहोर टोला का है। जहां आदिम जनजाति समुदाय के मनोज बिरहोर ने बरही थाने में एफआईआर दर्ज की। एफआईआर में कहा गया कि "बीते 30 दिसंबर को दुलमाहा गांव निवासी खलील मियां एक अन्य व्यक्ति के साथ गांव आया और लोगों से कहा कि आज रात सभी लोगों के खाने-पीने का इंतजाम मेरी तरफ से रहेगा। उसने बिरहोर टोला के दर्जनों लोगों को पहले शराब पिलाई और इसके बाद उन्हें भोजन में मांस के बड़े टुकड़े परोसे गए। संदेह होने पर उनलोगों ने विरोध किया तो उसने धारदार हथियार दिखाकर उन्हें मांस खाने को मजबूर किया।"
मनोज बिरहोर ने घटना के दो दिन बाद बरही थाने में एफआईआर की। इसके बाद पुलिस ने गांव पहुंचकर इसकी जांच की। बताया गया कि पुलिस ने राजेश बिरहोर के घर से बीफ के अवशेष बरामद किए गए। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी खलील मियां को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
दूसरा मामला साहिबगंज जिले के राधानगर थानाक्षेत्र के तालबन्ना गांव से सामने आया है। तालबन्ना गांव निवासी चंदन रविदास ने राधानगर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। जिसमें कहा गया है कि "बीते 31 दिसंबर को मिठुन शेख, नसीम शेख, फिरोज शेख समेत पांच लोगों ने उसे जबरन बीफ खिलाया। उसने बताया कि विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई और उसका हाथ तोड़ दिया गया।" इस मामले में पुलिस ने कहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।
इन दो घटनाओं को लेकर हिंदू संगठनों और बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश का कहना है कि "सोची-समझी साजिश के तहत इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, लेकिन तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देने वाले मुख्यमंत्री को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्या?" उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।