कंचन जरीवाला का अपहरण नहीं है, बल्कि लोकतंत्र का अपहरण हैः सिसोदिया
गुजरात में आम आदमी पार्टी के अपहरण मामले को लेकर दिल्ली तक राजनीति गरमा गई है। बता दें कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की सूरत पूर्व विधानसभा सीट से उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया।
रिपोर्ट। मुस्कान
नई दिल्ली। गुजरात में आम आदमी पार्टी के अपहरण मामले को लेकर दिल्ली तक राजनीति गरमा गई है। बता दें कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की सूरत पूर्व विधानसभा सीट से उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया।
इस पर आप ने आरोप लगाया कि उनका अपहरण भाजपा के इशारे पर किया गया था और ऐसा करने के लिए उन पर दबाव डाला गया। इस मामले को लेकर दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर मनीष सिसोदिया समेत आप कार्यताओं ने धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे उम्मीदवार कंचन जरीवाला को अभी-अभी रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय लाया गया है। उन्हें 500 से अधिक पुलिसकर्मियों ने घेर लिया था और अब उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव डाला गया।
सिसोदिया ने कहा कि यह सिर्फ हमारे उम्मीदवार का अपहरण नहीं है, बल्कि लोकतंत्र का अपहरण है। गुजरात में यह बहुत खतरनाक स्थिति है। चुनाव आयोग के लिए इससे बड़ी इमरजेंसी क्या हो सकती है? इसीलिए तुरंत एक्शन की प्रार्थना लेकर हम केंद्रीय चुनाव आयोग के दरवाजे पर आए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से इस पर संज्ञान लेने की अपील की।
वहीं इस मामले पर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि गुंडों और पुलिस के दम पर उम्मीदवारों को अगवा करके उनका नामांकन वापिस करवाया जा रहा है। इस क़िस्म की सरेआम गुंडागर्दी भारत में कभी नहीं देखी गई। फिर चुनाव का क्या मतलब रह गया? फिर तो जनतंत्र ख़त्म है।